पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को स्थानीय श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में जदयू अति पिछड़ा प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित जननायक कर्पूरी ठाकुर की जयंती समारोह का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया।
हॉल में उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार की जनता ने जिस विश्वास के साथ मुझे जिम्मेवारी सौंपी है, उसे मैं पूरा करूंगा। लोगों का भरोसा किसी कीमत पर टूटने नहीं दूंगा। जब तक शरीर में काम करने की शक्ति है, तब तक लोगों की सेवा करता रहूंगा। लोगों के लिए काम करता रहूंगा।
नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में न जंगलराज है और न जंगलराज आएगा। यहां कानून का राज है और कानून का राज कायम रहेगा। उन्होंने कहा कि पार्टी के एक विधायक के खिलाफ ट्रेन में छेड़खानी का मामला प्रकाश में आया। पार्टी ने उसके तथ्यों की जानकारी ली और तुरंत मामले में निर्णय करते हुए विधायक को निलंबित कर दिया गया।
हमारी सरकार मानती है कि कानून के नजर में सभी समान हैं। किसी भी दोषी को गुनाह के लिए बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कोई भी हो। गुनाह करने वालों को बचाने की कोई कोशिश नहीं होती है बल्कि सरकार उन्हें कानून के मुताबिक सख्त सजा दिलाने का काम करती है।
उन्होंने कहा कि जितनी भी घटनाएं होती है, सब पर पैनी नजर रखी जाती है। घटनाओं के संबंध में त्वरित कार्रवाई होती है। अधिकांश घटनाओं का उद्भेदन हो रहा है। दोषी और अपराधी पकड़े जा रहे हैं। पुलिस अपना काम कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि जो पुलिस अधिकारी काम में शिथिलता या लापरवाही बरतेंगे, उन्हें भी बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार के इन प्रयासों के बावजूद कुछ लोग आधारहीन बात करते हैं कि यहां जंगलराज है। यहां जंगलराज नहीं बल्कि कानून का राज है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कर्पूरी की जयंती भाजपा मना रही है, यह खुशी की बात है लेकिन इन्हीं लोगों ने कर्पूरी को मुख्यमंत्री पद से हटा दिया था। इतने दिनों बाद इन्हें कर्पूरी की याद आई है। इनके आदर्श तो और लोग हैं। इनलोगों ने जयंती मनाने के लिए श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल बुकिंग के मामले पर अनावश्यक विवाद पैदा किया।
हॉल बुकिंग की एक निर्धारित प्रक्रिया है, अगर वे कह देते तो यह हॉल उन्हीं को दे देते। हमलोग कहीं अलग आयोजन कर लेते परन्तु इस बात के लिए अनावश्यक विवाद और मुझे कोसना उचित नहीं। उन्होंने कहा कि एसकेएम के बुकिंग की नई प्रक्रिया निर्धारित होगी। ऑनलाइन बुकिंग की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव के दौरान भी मेरे बारे में कितनी प्रकार की बातें की गई लेकिन मैंने हमेशा मर्यादा का पालन किया, मेरी भाषा नियंत्रित रही परन्तु चुनाव के बाद भी बातें कही जा रही है, यह उचित नहीं। मेरा स्वभाव नहीं कि जीत पर बहुत खुशी मनाऊॅ और विरोधियों पर कटाक्ष करूं। मैं तो लगातार जनता का काम करता रहता हूं, उसी में लगा रहता हूं। मुझे जो उचित लगता है, मैं वही कहता हूं, चाहे वह कोई हो। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की पाक यात्रा का मैंने समर्थन किया था। कथन में मर्यादा का पालन होना चाहिए। जुबान उन्हीं की फिसलती है, जिनकी जमीन खिसकती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में घटित होने वाली अलग-अलग घटनाओं को एक साथ जोड़कर भयावह तस्वीर पैदा की जाती है । कुछ लोग इस काम में लगे हैं परन्तु बिहार के बाहर इनसे ज्यादा घटनायें हो रही है, फिर भी बिहार के बारे में ही घटनाओं को जोड़कर जंगलराज की बात कही जाती है, जो उचित नहीं है।
मुख्यमंत्री ने अपने वाट्सएप पर भेजे गए संदेशों का भी उदाहरण दिया और कहा कि लोग भी मानते हैं कि बिहार के बारे में जैसा कहा जाता है, स्थिति उससे अलग है। यहां कानून का राज है और न्याय के साथ विकास हो रहा है। गठबंधन धर्म का पालन करता हूं। हमारे गठबंधन का साझा कार्यक्रम है। उस कार्यक्रम पर काम हो रहा है।
अब हमारा सात निश्चय पर काम चल रहा है। कृषि रोड मैप, मिशन मानव विकास सभी पर काम हो रहा है। सरकार मिशन मोड में काम करेगी। हमारी पृष्ठभूमि अलग है, काम के बदौलत लेागों के प्यार और स्नेह के बदौलत हम कायम हैं। लोगों का ये भरोसा हम टूटने नहीं देंगे, चाहे जितनी परीक्षा से हमें गुजरना पड़े।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग समाजवादी विचारधारा को मानने वाले लोग हैं। कर्पूरी जी और लोहिया के बताए रास्ते पर चलने के लिए कटिबद्ध हैं। उनके आदर्शों से प्रेरणा लेकर राज्य को आगे ले जाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि इसी हॉल में चुनाव से पहले महिलाओं को भरोसा दिया था कि अगली बार आयेंगे तो शराबबंदी करेंगे, उसका मैंने पालन किया।
टैक्स वृद्धि के विरोध पर बोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि टैक्स में बढ़ोतरी इस बात को ध्यान में रखकर की गई है कि गरीबों को इसका भार न पड़े परन्तु जो लेाग समर्थ हैं, अधिक पैसा खर्च कर सकते हैं। उनके उपभोग की चीजों पर थोड़ा टैक्स लगाया गया है ताकि राजकोष में भी उनके कमाई का बहुत थोड़ा सा अंश आ सके। किसी भी कीमत पर बढ़ाए गए टैक्स वापस नहीं किए जाएंगे। चूंकि बढ़ोतरी का असर गरीबों एवं वंचितों पर नहीं पड़ेगा।
शराबबंदी के बाद वैकल्पिक रोजगार की भी व्यवस्था की गई है। शराब बिक्रेता शराब की जगह अब दूध बेचेंगे। बोटलिंग प्लान्ट वालों के लिए शुद्ध पेयजल की बोटलिंग का विकल्प है। हम न्याय के साथ काम करेंगे। समाज में सद्भाव और सौहार्द्र कायम रहेगा तो बिहार तरक्की के रास्ते पर और आगे बढ़ेगा। बिहार देश के लिये नजीर बनेगा। भाजपा जब कर्पूरी जयंती मनाने ही लगी है तो कर्पूरी को भारत रत्न मिलना चाहिए।
सभा को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव, जदयू प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह, सांसद रामनाथ ठाकुर ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर बिहार सरकार के मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, संतोष कुमार निराला, मदन सहनी इत्यादि मौजूद थे।