पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां सोमवार को कहा कि चर्चित पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या के मामले में अब तक हत्यारों की गिरफ्तारी न होना कर्नाटक की कांग्रेस सरकार की विफलता है।
उन्होंने कहा कि हम लोग प्रारंभ से ही राजनीति में वंशवाद और परिवारवाद के खिलाफ रहे हैं। राजनीति में वंशवाद की शुरुआत कांग्रेस से ही हुई है।
पटना में लोकसंवाद कार्यक्रम के बाद संवाददाताओं से बातचीत करते हुए नीतीश ने कहा कि गौरी लंकेश की हत्या में आज तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है, ये कर्नाटक सरकार की बड़ी विफलता है।
उन्होंने कहा पत्रकार गौरी लंकेश की हत्या को दो सप्ताह से ज्यादा हो चुके हैं, लेकिन अब तक हत्यारों तक पुलिस नहीं पहुंच पाई है।
बेंगलुरू में पांच सितंबर को अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर गौरी लंकेश की हत्या कर दी थी। गौरी हमेशा दक्षिणपंथी विचारधारा और सांप्रदायिकता के खिलाफ लिखती रहीं। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने उनकी हत्या के लिए आरएसएस-भाजपा को जिम्मेदार ठहराया था।
पत्रकारों से बातचीत में नीतीश ने बेनामी संपत्ति और भ्रष्टाचार के मामले में घिरे राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद पर निशाना साधते हुए कहा कि पद धन अर्जन करने के लिए नहीं, बल्कि काम करने के लिए मिलता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पद धन इकट्ठा करने के लिए नहीं मिलता, बल्कि काम करने के लिए मिलता है। भ्रष्टाचार और गलत तरीके से इकट्ठा किया गया धन किसी के काम नहीं आता। जो गलत करेगा वो कभी न कभी पकड़ा जाएगा। पाप कभी छुपता नहीं है।
विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ कराने के विषय में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि सैद्धांतिक रूप से लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ होने चाहिए।
उन्होंने कहा कि मेरी व्यक्तिगत राय है कि लोकसभा और विधानसभा ही नहीं, नगर निकायों और पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव भी एक साथ होने चाहिए। ऐसे में चुनी गई सरकारों को जहां काम करने का पूरा समय मिलेगा, वहीं चुनाव खर्च में भी कमी आएगी।
हाल के दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हो रही वृद्धि को लेकर नीतीश कुमार ने कहा कि मूल्यवृद्धि पर ध्यान देना जरूरी है, लेकिन केवल मूल्यवृद्धि को लेकर पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे में रखना सही नहीं है।
उन्होंने कहा कि पेट्रोल और डीजल के दाम प्रतिदिन तय हो रहे हैं, ऐसे में कभी कम होंगे तो कभी ज्यादा होंगे। उन्होंने हालांकि यह भी कहा कि कर (टैक्स) से ही विकास कार्य होते हैं।
बिहार में सृजन घोटाले के संबंध में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में नीतीश ने कहा कि इस मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच कर रही है। इस संबंध में सभी दस्तावेज सीबीआई को सौंप दिए गए हैं और बिहार पुलिस जांच में पूरा सहयोग दे रही है।