पटना। बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा नहीं पूरा करने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केखिलाफ जमकर भड़ास निकाली और कहा कि भारतीय जनता पार्टी के लोग हरियाणा और महाराष्ट्र की जीत पर इतरा रहे है लेकिन कुछ ही दिनों में उनकी खुशफहमी दूर हो जाएगी।…
कुमार ने यहां बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग और केन्द्र सरकार के उपेक्षापूर्ण रवैये के विरोध में यहां लोकनायक जयप्रकाश नारायण की प्रतिमा के समक्ष जदयू की ओर से आयोजित धरना पर बैठे पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव के समय बिहार को विशेष राज्य का दर्जा और विशेष सहायता देने का वादा किया गया था लेकिन सरकार बनने के बाद इस वायदे को भुला दिया गया।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा के लोग महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव में मिली जीत से इतरा रहे हैं लेकिन उनकी खुशफहमी जल्द ही दूर हो जाएगी। उन्होंने कहा कि लोग अभी भूले नहीं होंगे जब 1984 में कांग्रेस 400 से अधिक लोकसभा सीट पर विजयी हुई थी और तब राजीव गांधी प्रधानमंत्री बने थे लेकिन 1989 के चुनाव में क्या हुआ यह लोग जानते हैं।
कुमार ने कहा कि भाजपा के लोग ख्वाब की ऎसी दुनिया में जी रहे हैं जहां उन्हें लगता है कि वह हमेशा के लिए सत्ता में रहेंगे लेकिन लोकतंत्र मेें ऎसा नहीं होता है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता के आर्शीवाद से पार्टियां सत्ता में आती है और जनता के नाराज होने पर सत्ता से बाहर भी चली जाती है। इसलिए सत्ता में आने या चुनाव में जीत पर किसी को अपना संतुलन नहीं खोना चाहिए।
जदयू नेता ने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा के चुनाव परिणाम से भाजपा के खिलाफ समान विचारधारा वाले दलों को एकजुट करने की उनकी मुहिम पर कोई असर पड़ने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि भाजपा के कुछ लोग हरियाणा में उनके चुनाव प्रचार पर जाने को लेकर टिप्पणी कर रहे है लेकिन इससे वह धर्मनिरपेक्ष दलों को एकजुट करने की अपनी कोशिश को रोकने वाले नहीं है।
कुमार ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देना उसकी सिर्फ मांग नहीं बल्कि उसका हक है और वह उसे लेकर रहेगा। उनकी पार्टी इसके लिए अपना संघर्ष जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि केन्द्र की सरकार बिहार के साथ उपेक्षा कर रही है लेकिन इसे अब और बर्दास्त नहीं किया जाएगा। धरना को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह समेत कईअन्य वरिष्ठ नेताओं ने संबोधित किया।
इसी दौरान सिंह के नेतृत्व में जदयू के एक शिष्टमंडल ने राजभवन जाकर राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। राज्यपाल के पटना में नहीं होने के कारण जदयू नेताओं ने उनके कार्यालय में ज्ञापन दिया। उधर, राज्य के सभी जिला मुख्यालयों में भी जदयू के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग तथा केन्द्र की उपेक्षापूर्ण नीति के खिलापक धरना दिया। धरना में बड़ी संख्या में आम लोग भी शामिल हुए।