पटना। जदयू नेता नीतीश कुमार ने रविवार को चौथी बार बिहार की बागडोर संभाली। राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी ने निर्धारित समय पर शाम पांच बजे बजे नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
राजभवन में राजेन्द्र मंडप पर आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए कई महत्वपूर्ण राजनीतियों हस्तियों ने भाग लिया। पष्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, असम के मुख्यमंत्री तरूण गोगोई, जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव, कांग्रेस के सीपी जोषी सहित कई अन्य नेता इस शपथ ग्रहण समारोह के गवाह बने।
वहीं पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, भाजपा नेता सुशील मोदी, पूर्व कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह, विनय बिहारी सहित कई अन्य नेता भी इस दौरान मौजूद रहे। शपथ ग्रहण में जदयू के 21 और 1 निर्दलीय मंत्रियों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली। इस मंत्रीमण्डल में सभी पुराने चेहरे हैं। सभी मंत्रियों ने ईष्वर के नाम पर शपथ ली। राज्यपाल त्रिपाठी ने मंत्रियों की अधिक संख्या देख समय बचत करते हुए पांच-पांच लोगों को एक साथ मंत्री पद की शपथ दिलाई।
शपथ ग्रहण के पहले चरण में विजय कुमार चौधरी, विजेन्द्र प्रसाद यादव, रमई राम, नरेन्द्र नारायण यादव, दामोदर रावत को राज्यपाल द्वारा पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई गई। दूसरे चरण में प्रशत कुमार शाही, श्याम रजक, अवधेश कुशवाहा, लेसी सिंह, दुलालचंद्र गोस्वामी वहीं तीसरे चरण में ललन सिंह (राजीव रंजन सिंह), श्रवण कुमार, राम लषण राम, रामधनी सिंह, जयकुमार सिंह को शपथ दिलाई गई।
चौथे चरण में मनोज कुशवाहा, जावेब इकबाल अंसारी, बीमा भारती, रंजू गीता, बैद्यनाथ सहनी ने शपथ ली। अंत में विनोद यादव और नौशद आलम को पद और गोपनीयता की शपथ राज्यपाल ने दिलाई। इनके विभागों का बंटवारा भी आज होगी। नीतीश मंत्रीमण्डल में इस बार पहले चरण में तीन महिलाओं को स्थान मिला है। वहीं तीन यादव और तीन भूमिहार नेताओं को मंत्री बनाया गया है।
इस मंत्रीमण्डल में किसी भी ब्राह्मण को शामिल नहीं किया गया है वहीं अल्पसंख्यक समुदाय के दो लोगोें को शामिल किया गया है। नीतीश कुमार के प्रति वफादार रहने वाले ये वे 20 मंत्री हैं जिन्होंने एक साथ मांझी मंत्रीमण्डल से इस्तीफा दिया था जबकि दो लोगों को जीतन राम मांझी द्वारा बर्खास्त कर दिया गया था। रविवार को शपथ लेनेवाले सभी मंत्री नीतीश और मांझी मंत्रिमण्डल के लिए सदस्य रहे हैं।