चंडीगढ़। हरियाणा के सोनीपत में एक निजी अस्पताल ने आधार कार्ड नहीं होने पर कारगिल शहीद की विधवा को अस्पताल में भर्ती नहीं किया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई।
घटना के प्रकाश में आने के दो दिनों बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस संबंध में जांच का आश्वासन दिया है। पीड़िता शकुंतला अपने बेटे के साथ 28 दिसंबर को इलाज करवाने अस्पताल गई थी।
रपट के अनुसार अस्पताल प्रशासन ने अस्पताल में भर्ती कराने के लिए आधार कार्ड को अनिवार्य बताया। पीड़िता के बेटे पवन कुमार ने कहा कि उसकी मां को बहुत ही गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया था और उनके फोन पर आधार कार्ड दिखाने के बावजूद उनका इलाज शुरू नहीं किया गया।
उसने कहा कि मैंने उन्हें कहा कि मैं आधार कार्ड ले आऊंगा, तबतक आप इलाज शुरू कीजिए, लेकिन अस्पताल ने ऐसा करने से मना कर दिया। अस्पताल प्रशासन ने हालांकि इन आरोपों का खंडन किया है।
खट्टर ने करनाल शहर में पत्रकारों से कहा कि इस मामले में जांच करवाई जाएगी। मुझे इसकी जानकारी मिली है। हम इसकी जांच करवाएंगे और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे सजा दिलवाएंगे।
अस्पताल प्रशासन ने स्पष्ट किया कि आधार कार्ड इलाज करवाने के लिए नहीं, बल्कि केवल दस्तावेज प्रक्रिया के लिए जरूरी है।