नई दिल्ली। भारत ने विश्व व्यापार संगठन के अमरीकी मुर्गे की टांग के आयात पर प्रतिबंध हटाने के आदेश को चुनौती दी है। वाणिज्य विभाग ने हालांकि अपील करने का निर्णय पहले ही ले लिया था लेकिन इसके वैधानिक पहलुओं की जांच के कारण अपील दाखिल करने में देरी हुई है।
अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के मंगलवार को भारत यात्रा समाप्त करने के बाद अपील किए जाने की खबर प्रकाश में आई है। उल्लेखनीय है कि भारत ने एवियन इंफ्लुएंजा के कारण कई साल पहले पाल्ट्री आयात पर प्रतिबंध लगा दिया था मगर डब्ल्यूटीओ ने अमरीकी विरोध को स्वीकृत करते हुए इस प्रतिबंध को अवैज्ञानिक करार दिया।
इस तरह का प्रतिबंध लगाने वाला भारत अकेला देश नहीं है। चीन ने भी इसका आयात शुल्क बढ़ा दिया था। डब्ल्यूटीओ ने उसे भी अनुचित बताकर हटाने का निर्देश दिया था।
अमरीका में उपभोक्ता भारत की तरह टंगड़ी कबाब में रूचि दिखाने की बजाय मुर्गे के सीने का व्हाइट मीट पसंद करते हैं जिससे अमरीकी कंपनियों को चीन, मैक्सिको, भारत और रूस जैसे देशों को मुर्गे की टांग निर्यात करने से अतिरि क्त फायदा होता है। भारत में खाने की टेबल पर अधिकतर लोग करी में मुर्गे की टांग खोजते हैं।