नई दिल्ली। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने संप्रग सरकार द्वारा 126 फ्रांसीसी लड़ाकू विमान ‘राफेल’ खरीदने के प्रस्तावित सौदे को ग़ैर ज़रूरी और आर्थिक रुप से अव्यवहारिक बताया।
उन्होंने कहा ‘सिर्फ 36 राफेल विमान खरीदे जाएंगे, जिसका इस्तेमाल केवल सामरिक उद्देश्यों के लिए ही किया जाएगा।
पर्रिकर के मुताबिक राफेल सौदे को अंतिम रूप देने के लिए गठित समिति अगले 2-3 महीने में अपना काम पूरा कर लेगी।
वहीं रक्षा मंत्री ने पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी द्वारा की गई निविदा प्रक्रिया पर हैरानी जताते हुए कहा ‘एंटनी ने निविदा प्रक्रिया में ऐसा अड़ंगा लगाए कि यह सौदा कभी भी लागू नहीं हो पाता।’
रक्षामंत्री ने कांग्रेस के उस आरोप को खारिज कर दिया जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर वित्त मंत्रालय और सैन्य परियोजनाओं पर निर्णय लेने वाली रक्षा मंत्रालय की शीर्ष इकाई रक्षा खरीद परिषद की अवहेलना करने का आरोप लगाया गया था। उन्होंने कहा कि सौदे पर अभी दस्तखत हुए नहीं हैं और उन्हें प्रक्रिया पूरी होने तक प्रतीक्षा करनी चाहिए।
गौरतलब है कि संप्रग सरकार द्वारा करीब 20 अरब डॉलर के 126 राफेल सौदे को मंजूरी देने के तीन साल बाद मोदी सरकार ने इस सौदे को निरस्त कर दिया था।