तिरुवनंतपुरम। विदेश राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने बुधवार को कहा कि केरल के कैथोलिक पादरी-टॉम उजुनालिल की रिहाई के लिए इस्लामिक स्टेट आतंकवादियों को किसी तरह की फिरौती नहीं दी गई है।
चर्च के प्रवक्ता ने बुधवार को कहा कि इस्लामिक स्टेट के आंतकवादियों द्वारा यमन के अदन में पिछले साल मार्च में अगवा किए गए उजुनालिल को रिहा करा कर यमन से ओमान की सल्तनत मस्कट भेजा गया था। फिलहाल वह वेटिकन में हैं।
सिंह ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि कोई फिरौती का भुगतान नहीं किया गया और ओमान ने रिहाई के प्रयास क्यों किए, इसका कारण है जब प्रत्यक्ष प्रयास सफलता न दें तो अप्रत्यक्ष प्रयास किए जाते हैं और समस्या का समाधान करना ज्यादा महत्वपूर्ण है। टॉम के भारत आने के सवाल पर सिंह ने कहा कि यह उन्हें तय करना है।
केरल के कैथोलिक पादरी वेटिकन पहुंचे
इस्लामिक स्टेट आंतकवादियों के चंगुल से मुक्त कराए गए कैथोलिक पादरी फादर टॉम उजुनालिल वेटिकन पहुंचे हैं। चर्च के एक प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि टॉम का पिछले साल मार्च में यमन के अदन में स्थित एक देखभाल केंद्र से अपहरण कर लिया गया था। 18 महीने तक आईएस के कब्जे में रहे टॉम को मंगलवार को मस्कट लाया गया।
मीडिया से बात करते हुए प्रवक्ता फादर पी. वर्गीस ने बुधवार को कहा कि आईएस के चंगुल से मुक्त कराए गए पादरी टॉम को भारत लौटने में कुछ समय लगेगा। उन्होंने कहा कि उनका वेटिकन जाने का कारण यह है कि वह जिस धार्मिक समूह (केलेस्टिन) से संबंध रखते हैं वह वेटिकन में है।”
विदेश मामलों के मंत्रालय ने भी टॉम के वेटिकन पहुंचने की पुष्टि की है। टॉम की नवीनतम तस्वीरों में वह बगैर दाड़ी के नजर आ रहे हैं। जबकि मस्कट पहुंचने के तुरंत बाद जारी उनकी पहली तस्वीर में वह लंबे बालों और एक सफेद दाढ़ी में नजर आ रहे थे।
अगस्त में ओमान में पोप के प्रतिनिधि के आगमन और ओमान के शाह के साथ उनकी मुलाकात के बाद कैथोलिक पादरी की रिहाई संभव हो पाई है।