लखनऊ। सुप्रीम कोर्ट ने दुष्कर्म के आरोप में फंसे प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री गायत्री प्रजापति को सोमवार को कड़ा झटका दिया है। कोर्ट ने प्रजापति की गिरफ्तारी और एफआईआर पर रोक से इनकार कर दिया।
सर्वोच्च अदालत ने सोमवार को कहा है कि अगर प्रजापति को राहत चाहिए तो वह संबंधित कोर्ट में जाएं। दूसरे कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल करें। गायत्री खुद तो फरार हैं, लेकिन वकील के जरिए उन्होंने अपना पक्ष सुप्रीम कोर्ट के सामने रखा। इसमें गायत्री के खिलाफ लगे आरोपों को साजिश बताया गया। हालांकि इसके बावजूद उन्हें कोई राहत नहीं मिली।
वहीं सुप्रीम कोर्ट के कड़े रुख के बाद गायत्री प्रजापति पर शिंकजा कसने की कोशिश और तेज हो गई है। पुलिस सभी सम्भावित ठिकानों पर प्रजापति को तलाशने के लिए दबिश दे रही है। इसके अलावा राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में भी मंत्री की सरगर्मी से तलाश की जा रही है।
बताया जा रहा है कि प्रजापति का छोटा बेटा दिल्ली में ही है और मामले को लेकर वकील के साथ सम्पर्क में है। इसलिए प्रजापति के दिल्ली में होने की भी अटकलें हैं। इससे पहले मंत्री के लखनऊ में होने की खबर पर भी पुलिस की टीमों को अलर्ट किया गया था। हालांकि प्रजापति का कोई सुराग नहीं मिला।
इस हाईप्रोफाइल मामले को लेकर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव खुद सवालों के घेरे में आ गए हैं। प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने स्वयं उनसे पूछा है कि इतना सब होने के बावजूद प्रजापति को मंत्रिमण्डल से क्यों नहीं हटाया जा रहा है।
राज्यपाल ने सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर एफआईआर दर्ज होने और गैर जमानती वारण्ट जारी होने के बाद भी प्रजापति के कैबिनेट में बने रहने पर सवाल उठाये हैं। वहीं अखिलेश भी गायत्री से सरेन्डर करने को कह चुके हैं। हालांकि इसके बावजूद उनके मंत्री उन्हीं को ठेंगा दिखा रहे हैं।
वहीं प्रजापति के करीबी और इस मामले में एक अन्य आरोपी लेखपाल अशोक तिवारी को निलम्बित कर दिया गया है। खुफिया एजेंसियों ने गायत्री प्रजापति को लेकर एयरपोर्ट्स पर भी अलर्ट जारी किया है और सीमाओं पर नजर रखी जा रही है।
वहीं इस मामले में पीड़ित पक्ष ने अपने वकील की ओर से प्रजापति के खिलाफ जांच कर रही पुलिस पर ही सवाल उठाए हैं। हालांकि डीजीपी जावीद हमीद ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि प्रजापति एक भगोड़ा है। उसके खिलाफ गैर जमानती वारण्ट जारी हो चुका है।
गिरफ्तारी के लिए लगातार टीम जुटी हुई है। गौरतलब है कि प्रजापति पर एक महिला के साथ बलात्कार और उसकी बेटी के यौन शोषण का आरोप है।