ओस्लो। अमरीकी अर्थशास्त्री रिचर्ड एच. थालेर को सोमवार को अर्थशास्त्र के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। अल्फ्रेड नोबेल की स्मृति में आर्थिक विज्ञान में स्वेरिगेस रिक्सबैंक पुरस्कार 2017 के लिए 72 वर्षीय थालेर को ‘व्यावहारिक अर्थशास्त्र में योगदान’ के लिए प्रदान किया गया।
थालेर शिकागो विश्वविद्यालय में व्यवहार विज्ञान और अर्थशास्त्र के प्रोफेसर हैं। वे वैश्विक बेस्ट-सेलर ‘नज’ के सह-लेखक हैं, जिसमें कई समाज की प्रमुख समस्याओं को निपटाने के लिए व्यावहारिक अर्थशास्त्र का उपयोग किया जाता है। यह लोगों को बेहतर जीवन निर्णय लेने में मदद करने के लिए ‘नज सिद्धांत’ प्रदान करता है।
थालेर के अत्यंत प्रभावशाली सिद्धांतों में ‘मानसिक लेखांकन’ है। यह ऐसी धारणा है जिसमें उपभोक्ता अपने दिमाग में लेखांकन कर अपने व्यक्तिगत वित्त को सरल बनाते हैं।
इस पुरस्कार की घोषणा के बाद थालेर ने कहा कि अर्थशास्त्र में उनका सबसे महत्वपूर्ण योगदान ‘यह मान्यता थी कि मनुष्य आर्थिक एजेंट हैं और आर्थिक मॉडलों को इसमें शामिल करना है।’
नोबेल समिति ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि थालेर ने व्यक्तिगत निर्णय लेने के आर्थिक और मनोवैज्ञानिक विश्लेषण के बीच एक पुल बनाया है।
बयान में कहा गया कि सीमित तर्कसंगतता, सामाजिक प्राथमिकताओं और आत्म नियंत्रण में कमी के परिणामों का पता लगाने के उनके प्रयासों ने यह दिखाया कि इन लक्षणों का व्यवस्थित रूप से व्यक्तिगत निर्णयों, साथ ही बाजार के परिणामों पर भी असर पड़ता है।
थालेर 1945 में न्यू जर्सी में पैदा हुए। उन्होंने रोचेस्टर विश्वविद्यालय से पीएचडी किया। उन्हें नोबेल पुरस्कार के रूप में 90 लाख स्वीडीश क्रोना (8,50,000 पाउंड्स) मिलेंगे।
जब उनसे यह पूछा गया कि वे पुरस्कार में मिली राशि को कैसे खर्च करेंगे। उन्होंने कहा कि मैं इसे जितना संभव हो सके, उतने ही बेतरतीब ढंग से खर्च करने की कोशिश करूंगा।