सोल। उत्तर कोरिया के सेना प्रमुख ह्योन योंग-चोल को किम जोंग-उन नेता का अनादर करने और उनसे वफादारी नहीं करने के कारण ‘एंटी एयरक्राफ्ट फायर’ के जरिए गोला दागकर मौत की सजा दी गई है।
दक्षिण कोरिया की संवाद समिति योनहाप के अनुसार राष्ट्रीय खुफिया एजेंसी (एनआईएस) के उप निदेशक हान की-बियोम ने संसदीय समिति को बताया कि हजारों अधिकारियों ने ह्योन को मौत की सजा दिए जाते देखा।
योनहाप के अनुसार ह्योन को एक साल से भी कम समय पहले पीपुल्स आर्म्ड फोर्सेस का मंत्री नियुक्त किया गया था लेकिन उसे औपचारिक सैन्य समारोह में झपकी लेते और कई मौकों पर किम जोंग-उन से बहस करते देखा गया था।
हान ने समिति को बताया कि ह्योन को गोला दागकर मौत की सजा दी गई है। वहीं, कई अपुष्ट रिपोर्ट का कहना है कि अधिकारी जब लोगों के सामने उदाहरण पेश करना चाहते हैं, तो इस तरीके से मौत की सजा दी जाती है।