टोक्यो। उत्तर कोरिया ने मंगलवार को जापान के ऊपर मिसाइल दागी। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने इस घटना को देश के लिए अत्यंत गंभीर और चिंताजनक बताया है। यह मिसाइल सुबह छह बजे से पहले जापान पर दागी गई।
मिसाइल जापान के उत्तरी द्वीप होक्काइदो के एरिमोमिसाकी के ऊपर से गुजरी और प्रशांत महासागर में गिरने से पहले तीन टुकड़ों में टूट गई।
चीफ कैबिनेट सेक्रेटरी योशिहिदी सुगा ने आपात संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मिसाइल ने लगभग 14 मिनट तक उड़ान भरी।
उन्होंने कहा कि किसी भी वस्तु के गिरने की खबर नहीं है और इससे जहाजों और विमानों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है।
पेंटागन प्रवक्ता अमरीकी सेना के कर्नल रॉब मैनिंग ने कहा कि इस मिसाइल परीक्षण से उत्तर अमरीका को तत्काल कोई खतरा नहीं है।
प्रधानमंत्री आबे ने इस परीक्षण की निंदा की है। उन्होंने कहा कि हम मिसाइल के परीक्षण के बाद से इस घटना पर पूरी नजर बनाए हुए हैं और अपने लोगों के जीवन की रक्षा के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। यह एक गंभीर और चिंताजनक कदम है, जिससे क्षेत्र की सुरक्षा और शांति बाधित हुई है।
आबे ने संवाददाताओं को बताया कि उन्होंने मिसाइल परीक्षण पर चर्चा के लिए अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से 40 मिनट फोन पर बात की।
संयुक्त राष्ट्र में जापान के राजदूत कोरो बेशो के मुताबिक इस मुद्दे पर दोनों देशों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में तुरंत बैठक का आग्रह किया है।
सीएनएन ने राजदूत बेसो के हवाले से बताया कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को उत्तर कोरिया पर और दबाव बनाना होगा।
उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण पर प्रतिक्रियास्वरूप दक्षिण कोरिया ने आपात परिस्थिति में उत्तर कोरिया के नेतृत्व को नेस्तनाबूद करने हेतु अपनी क्षमता परखने के लिए सुबह 9.30 बजे बमबारी का अभ्यास किया।