प्योंगयांग। उत्तर कोरिया ने शुक्रवार को कहा कि जिस अमेरिकी छात्र को उसने इस महीने की शुरुआत में रिहा किया था, उसकी मौत एक ‘रहस्य’ है, क्योंकि जब उसे प्योंगयांग से रवाना किया गया था, तो उसके स्वास्थ्य के सभी संकेतक तथा जांच रपट सामान्य थे।
विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि उत्तर कोरिया ने मानवीय आधार पर ओटो वार्मवियर को 13 जून को उसके अमरीका लौटने तक तमाम चिकित्सा इलाज व देखभाल मुहैया कराई और 18 महीनों की हिरासत के दौरान कभी उसका उत्पीड़न नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि दुश्मन देश के एक अपराधी के प्रति दया दर्शाने के लिए हमारे पास कोई कारण नहीं था, लेकिन फिर भी हमने उसके अमरीका लौटने तक उसे गंभीरतापूर्वक तमाम चिकित्सा व देखभाल मुहैया कराई।
वार्मबियर (22) कोमा की अवस्था में स्वदेश लौटे थे, जिसके बाद 19 जून को उसकी मौत हो गई। प्योंगयांग के खिलाफ गतिविधियों के लिए उत्तर कोरिया की एक अदालत ने मार्च 2016 में उसे 15 वर्षो के सश्रम कारवास की सजा सुनाई थी।
प्रवक्ता ने कहा कि जहां तक अमरीका में लोगों के उन निराधार विचारों की बात है, जिसके मुताबिक उसकी मौत जेल में उत्पीड़न तथा पिटाई से हुई है, तो वार्मबियर के प्रत्यर्पण के लिए उत्तर कोरिया आए चिकित्सकों को इस बारे में अपना मुंह खोलना होगा।
उन्होंने कहा कि अमरीकी चिकित्सकों ने वार्मबियर के स्वास्थ्य की जांच की थी और उनकी चिकित्सा रपट को उत्तर कोरिया के चिकित्सकों के साथ साझा किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि उसके स्वास्थ्य संकेतक जैसे स्पंदन, तापमान, श्वसन तथा हृदय एवं फेफड़ों की जांच रपट सामान्य है।