प्योंगयांग। उत्तर कोरिया ने बुधवार को गुआम द्वीप पर स्थित अमेरिका के सैन्य अड्डों पर हमला करने की धमकी दी है।
उत्तर कोरिया की यह धमकी अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा उत्तर कोरिया को दी गई कड़ी चेतावनी और पेंटागन द्वारा कोरियाई प्रायद्वीप के लिए फिर से बी-1बी बमवर्षक भेजे जाने के कुछ घंटे बाद आई है।
उत्तर कोरिया द्वारा संचालित केसीएनए न्यूज एजेंसी ने कोरियन पीपुल्स आर्मी (केपीए) के प्रवक्ता के एक बयान के हवाले से बताया कि उत्तर कोरिया इस समय गुआम के आसपास के इलाकों पर मध्य से लंबी दूरी के रणनीतिक बैलिस्टिक रॉकेट हुसोंग-12 के साथ आग लगाने के लिए सैन्य संबंधी परिचालन योजना का सावधानीपूर्वक निरीक्षण कर रहा है।
दक्षिण कोरिया के सैन्य सूत्रों के हवाले से समाचार एजेंसी योनहाप न्यूज ने बताया है कि गुआम स्थित अमरीका के एंडरसन वायु सैन्य अड्डे पर नाभिकीय क्षमता के बी-1बी बमवर्षकों की तैनाती है जिन्हें मंगलवार को कोरियाई प्रायद्वीप पर अमरीका द्वारा वापस भेजा गया है।
उत्तर कोरिया के प्रवक्ता ने कहा कि 8 अगस्त की सुबह गुआम के वायु समुद्री डाकुओं को दक्षिण कोरिया के ऊपर आकाश में फिर से एक वास्तविक युद्ध की तैयारी संबंधी मैड-कैप ड्रिल करते देखा गया। प्रवक्ता ने वाशिंगटन पर आरोप लगाया कि वह गुआम पर रणनीतिक मिसाइल हथियारों को जुटा रहा है।
समाचार एजेंसी एफे न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार उत्तर कोरिया के इस बयान से पहले ट्रंप ने किम जोंग उन शासन को चेतावनी दी थी कि अगर उसने अमरीका को धमकाना जारी रखा तो उसे आग और गुस्से के ऐसे प्रवाह का सामना करना पड़ेगा जैसा कि आज तक के इतिहास में कभी नहीं देखा गया होगा।
इससे पहले प्योंगयांग ने संयुक्त राष्ट्र (यूएन) के प्रतिबंधों की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए अमेरिकी क्षेत्र में हमले करने की धमकी दी थी। उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु परीक्षणों किए जाने को देखते हुए यूएन द्वारा यह प्रतिबंध लगाए गए हैं।
हाल ही के प्रतिबंध यूएन द्वारा स्वीकृत अब तक सबसे गंभीर हैं। ये उत्तर कोरिया के वार्षिक निर्यात राजस्व को लगभग 1 अरब डॉलर (उत्तर कोरिया के कुल राजस्व का एक तिहाई) तक कम करते हैं।