मेरठ। केवल मैगी में ही नहीं, बल्कि बाजार में मौजूद अन्य खाद्य पदार्थों में भी कीटनाशक और जहरीले पदार्थों की भरमार है।
अब मिलावटखोर किसी त्योहार विशेष का इंतजार नहीं करते, बल्कि बाजार में हर समय मिलावटी खाद्य पदार्थ धड़ल्ले से बिक रहे हैं। लोगों की सेहत से खुलेआम खिलवाड़ हो रहा है और मिलावटखोरों की मौज चल रही है।
फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफएसडीए) इस पर लगाम नहीं कस पा रहा। जब से मैगी में सेहत के लिए हानिकारक जहरीले पदार्थ होने की पुष्टि हुई है, लोगों में दहशत का वातावरण है।
केवल मैगी में ही नहीं, बाजार में मौजूद कई खाद्य पदार्थों में जहरीले तत्व मौजूद है। बाजार में लोग खरीदारी जाएं और इसमें कुछ शुद्ध मिल जाये, तो नसीब समझिए। बाजार में तमाम खाद्य पदार्थ मिलावटी बिक रहे हैं।
मिलावटखोरों की करनी की सजा भुगत रही है जनता। लोगों की जान से खेल रहे यह बाजीगर थोक विक्रेताओं से लेकर स्थानीय दुकानदारों के जरिए रसोई तक नकली सामान पहुंचा रहे हैं।
मिलावट करने व नकली सामान बनाने वालों का नेटवर्क बेहद मजबूत है। जिसे एफएसडीए के खाद्य निरीक्षक नहीं भेद पा रहे। जिसका खामियाजा जनता को भुगतना पड़ रहा है।
मिलावट का गोरखधंधा-
सामान मिलावट
वनस्पति तेलः जानवरों की चर्बी व अन्य तरह की चर्बी।
घीः नारियल, पोस्ता, कुसुम के बीज का तेल, वैसलीन, चर्बी, शकरगंदी, आलू या अरबी, सड़े हुए घी के साथ थोड़ा सा दूध या दही, खुशबू के लिये एसेंस।
धनिया पाउडरः सूखे गोबर व लकड़ी का बुरादा, घोड़े की लीद का सूखा पाउडर।
सरसोंः गोभी के बीज।
सरसो का तेलः सोरगांजा, बिनोला, तिल, ब्लूमलेस नामक कैरोसिन तेल।
काली मिर्चः पपीते के बीज।
हींगः पेड़ों की गोंद, सोप स्टोन की मिट्टी
गेंहू का आटाः सफेद चाक का पाउडर, चूना आदि।
मैदाः अरारोट।
दूधः पानी, सर्फ, यूरिया, कास्टिक सोडा, साबुन, स्टार्च, सेपरेटा, रिफाइंड तेज, सिंघाड़े का आटा
सिरपः सस्ते द्रव व जूस।
आइसक्रीमः कृत्रिम मीठा, वाशिंग पाउडर, सिंघाड़े का आटा, प्रतिबंधित रंग, जेली बनाने वाला सामान।
क्रीमः जानवरों की चर्बी।
मक्खन व घीः वनस्पति घी, सोरगांजा का तेल, वैसलीन, मोम, हाइड्रोजनेटेड चर्बी, जानवरों की चर्बी।
अरहरः खेसरी दाल, अरहर, बाखला।
बेसनः खेसरी का आटा, मक्के का आटा।
अरारोटः पिसा हुआ चावल, भूटा, आलू का मैदा।
चायः खराब चाय, चमड़े का बुरादा व अन्य पत्तियां।
कॉफीः स्टार्च, खजूर व इमली का भुना हुआ बीज।
दालचीनीः अमरूद की छाल।
कोल्ड ड्रिंकः कृत्रिम मीठा, मिनरल एसिड।
शहदः रंग, चीनी, चाशनी, जिलोटीन नाम का एक मांसाहारी पदार्थ।
सब्जी मसालाः स्टार्च, कोलतार की डाई।
हल्दी साबुतः लेड क्रोमेट या कोलतार डाई।
हल्दी पाउडरः पीली मिट्टी, स्टार्च।
लाल मिर्चः लाल रंग की स्टार्च, डाई, ईंट का चूरा।
गेहूं: पत्थर, खराब गेंहूं व तिनके।
चावलः पत्थर, तिनके व खराब चावल।
चने की दालः खेसरी दाल व बाखला।
कुट्टू का आटाः सड़े हुए चावल का चूरा, दाल के छिलके, चावल की भूसी।
कत्थाः प्लास्टर आॅफ पेरिस, पेंट गेम्बियर और कई प्रकार के केमिकल।
शराब व बीयरः नशे की नकली दवाएं व केमिकल
मिलावट का दुष्प्रभाव
डॉक्टरों के मुताबिक मिलावटी खाद्य पदार्थों के सेवन से डिहाइड्रेशन, उल्टी, दिल, पेट के गंभीर रोग, स्यानु तंत्र से जुड़ी बीमारियां, अल्सर या ट्यूमर, लीवर, आंतों के रोग, नंपुसकता, बांझपन तक हो सकते हैं। इसके साथ ही कैंसर, जेनेटिक डिस्आॅर्डर का खतरा भी बढ़ जाता है।
एफएसडीए के मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी जेपी सिंह का कहना है कि मैगी की बिक्री रोकने के लिए छापेमारी की जा रही है। इसके अलावा भी नियमित रूप से छापामारी अभियान चलाया जा रहा है। बाजार में मिलावटी खाद्य पदार्थ नहीं बिकने दिए जाएंगे।