नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में नए मुख्यमंत्री के मुद्दे पर भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने कहा है कि यह कोई जरुरी नहीं, कि पिता की मृत्यु के बाद पुत्री को ही मुख्यमंत्री बनाया जाए।
भाजपा नेता और भाजपा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी ने सोमवार को यहां कि जम्मू-कश्मीर के नए मुख्यमंत्री को लेकर पुरानी परम्परा को निभाते हुए भाजपा एवं पीडीपी को एक साथ बैठकर अगले मुख्यमंत्री के बारे में फैसला करना चाहिए।
लेकिन इसके लिए यह भी जरुरी नहीं है कि पूर्व मुख्यमंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद उनकी पुत्री महबूबा मुफ्ती को ही राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनाया जाए। अगर पीडीपी इसके लिए दबाव बनती है तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाकर पीडीपी को चुनाव मैदान में जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि पार्टी के अंदर इस मुद्दे को लेकर अभी कोई चर्चा नहीं हुई है। लेकिन मेरा मानना है कि अगर इस मामले में पीडीपी की ओर से किसी भी तरह के नई शर्त जोड़ी जाती है तो भाजपा को राज्य में लागू धारा-370 को हटाने की शर्त रखनी चाहिए।
जानकारी हो कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी सहित कई कांग्रेसी नेताओं से गत रविवार को पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती की हुई मुलाकात के बाद यह अटकलें तेज हो गई हैं कि भाजपा व पीडीपी ने एक-दूसरे के सामने नई शर्तें रख दी है। इसलिए राज्य के नए मुख्यमंत्री के चयन में देरी हो रही है।