जयपुर। बच्चों के विकास पर ध्यान देने के लिए स्कूलों की तर्ज पर अब आंगनबाड़ी केंद्रों में भी पढ़ाई होगी। इसके अलावा वहां पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों के साथ हर माह मीटिंग भी होंगी।
समेकित बाल विकास सेवा निदेशालय ने यह फैसला किया है। निदेशक समित शर्मा के अनुसार आंगनबाड़ी केंद्रों में कार्यकर्ता व सहायिका प्रत्येक बच्चे पर व्यक्तिगत ध्यान देगी।
स्कूली शिक्षा के तहत पहले छह वर्ष तक के बच्चों को शाला पूर्व शिक्षा देने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों को लर्निंग सेंटर के रूप में विकसित किया जा रहा है। हाल ही में शाला पूर्व शिक्षा का पाठ्यक्रम भी तैयार किया गया है।
इसके लिए शैक्षणिक सामग्री व खिलौने आदि भी बच्चों को उपलब्ध करवाए गए हैं। माह में एक बार होने वाली बैठक में बच्चों की गतिविधियों व कार्य के बारे में अभिभावकों को जानकारी दी जाएगी।
बच्चों से संबंधित समस्याओं का निराकरण किया जाएगा। साथ ही उनके शारीरिक, भाषाई, रचनात्मक, बौद्धिक व सामाजिक व भावनात्मक विकास पर ध्यान दिया जाएगा। अभिभावकों को परामर्श भी दिया जाएगा।
बच्चों को प्रोत्साहन के लिए खिलौने, टॉफी व अन्य शैक्षणिक सामग्री भी दी जाएगी। अभिभावक बैठक के दिन महिला पर्यवेक्षक, बाल विकास परियोजना अधिकारी व उपनिदेशक भी केंद्रों का निरीक्षण करेंगे।