Warning: Undefined variable $td_post_theme_settings in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/news/wp-content/themes/Newspaper/functions.php on line 54
आपको हार्ट अटैक का है कितना खतरा हैं इस आसान तरीके से करें पता - Sabguru News
Home Health आपको हार्ट अटैक का है कितना खतरा हैं इस आसान तरीके से करें पता

आपको हार्ट अटैक का है कितना खतरा हैं इस आसान तरीके से करें पता

0
आपको हार्ट अटैक का है कितना खतरा हैं इस आसान तरीके से करें पता
Eat can increase risk heart attack

HEART ATTACK SABGURU.COM

आपको यह खबर अच्छी लगे तो SHARE जरुर कीजिये और  FACEBOOK पर PAGE LIKE  कीजिए,  और खबरों के लिए पढते रहे Sabguru News और ख़ास VIDEO के लिए HOT NEWS UPDATE

सबगुरु न्यूज़: ब्लड ग्रुप वाले लोगों की तुलना में (A,B, AB) ब्लड ग्रुप वाले लोगों में दिल का दौरा पड़ने की संभावना तकरीबन 9 फीसदी ज्यादा रहती है।शोध के निष्कर्षो से यह पता चलता है कि वॉन विलेब्रैण्ड फैक्टर की बहुत ज्यादा मात्रा की वजह से खतरा ज्यादा हो जाता है।

VIDEO: खूबसूरत लड़की ने किया लोगो को फंसा कर ब्लैकमेल सावधान इससे

विलेब्रैण्ड फैक्टर एक रक्त का थक्का जमाने वाला प्रोटीन होता है, जो कि थ्रोम्बोटिक प्रक्रिया से जुड़ा हुआ है। A ब्लड ग्रुप वाले लोगों को बहुत ज्यादा कोलेस्ट्रॉल के लिए जाना जाता है, जो कि दिल के दौरे का प्रमुख जोखिम कारक है।

VIDEO: इस फिल्म का बजट होगा कम से कम 800 करोड़ फिल्म में काम करेंगे तीनों खान

शोधकर्ताओं ने कहा कि इसके अलावा, गैर ओ-ब्लड ग्रुप वाले लोगों में गैलेक्टिन-3 की उच्च मात्रा होती है। गैलेक्टिन-3 प्रोटीन सूजन और दिल के मरीजों पर बुरा प्रभाव पड़ता है।

VIDEO: सलमान खान ने करी अजय देवगन की इंसल्ट

नीदरलैंड के मेडिकल सेंटर ग्रोनिगन विश्वविद्यालय के छात्र व प्रमुख लेखक ने कहा कि शोध से यह पता चलता है कि गैर-ओ ब्लड ग्रुप वाले लोगों में दिल से जुड़े रोगों और दिल का दौरा पड़ने का खतरा 9 फीसदी ज्यादा होता है। इसमें खास तौर से मायोकार्डिल इंफ्रेक्शन शामिल है।इस शोध को ‘हार्ट फेल्योर 2017’ और चौथे वर्ल्ड कांग्रेस के ‘एक्यूट हार्ट फेल्योर’ में प्रस्तुत किया गया है।

VIDEO: कश्मीरी लड़कियों अश्लील काम कैमरे में कैद

इस शोध के लिए दल ने O और गैर-O ब्लड ग्रुप का एक बहुत ही मेटा विश्लेषण किया। इसमें मायोकार्डियल इंफ्रेक्शन (हार्ट अटैक), कोरोनरी धमनी रोग, हार्ट फेल्योर, कार्डियोवैस्कुलर घटनाओं और कार्डियोवैस्कुलर मृत्युदर का विश्लेषण किया गया। उनहोंने सुझाव दिया, ब्लड ग्रुप को दिल के दौरे की रोकथाम, कोलेस्ट्रॉल, उम्र, लिंग और सिस्टोलिक रक्तचाप के खतरों के मूल्यांकन में शामिल किया जाना चाहिए।

आपको यह खबर अच्छी लगे तो SHARE जरुर कीजिये और  FACEBOOK पर PAGE LIKE  कीजिए,  और खबरों के लिए पढते रहे Sabguru News और ख़ास VIDEO के लिए HOT NEWS UPDATE