इंफाल। पूर्वोत्तर के पहाड़ी राज्य मणिपुर में पिछले एक नवम्बर से जारी आर्थिक अवरोध से आम लोगों का जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हुआ है। अत्यावश्यक सामानों को दाम कई गुना बढ़ गए हैं।
केंद्र सरकार द्वारा कठोर कदम उठाने के बाद हालात में कुछ बदलाव होने की संभावना दिख रही है। मिली जानकारी के अनुसार नगालैंड स्टूडेंट फेडरेशन (एनएसएफ) ने कुछ समय के लिए आर्थिक अवरोध को हटा लिया है। वहीं यूनाइटेड नगा काउंसिल (यूएनसी) का आर्थिक अवरोध अभी भी जारी है।
उल्लेखनीय है कि मणिपुर में निवास करने वाले नागाओं की सुरक्षा व उनके अधिकारों का हनन होने का आरोप लगाते हुए नगालैंड के विभिन्न संगठनों ने मणिपुर का आर्थिक अवरोध एक नवम्बर से आरंभ किया था।
नगालैंड से होकर मणिपुर को जाने वाले दो राष्ट्रीय राजमार्गों पर नगा संगठनों द्वारा आर्थिक अवरोध जारी है। जिसके चलते सामान लेकर मणिपुर जाने वाले वाहनों की आवाजाही पूरी तरह से ठप हो गई है।
हाल ही में केंद्रीय गृह राज्यमंत्री किरण रिजीजू ने मणिपुर का दौरा कर राज्य सरकार से हालात को काबू में करने को कहा था। उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से मुहैया कराए गए अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती राष्ट्रीय राजमार्गों पर करने को कहा था।
बावजूद इसके राज्य सरकार स्थिति को सामान्य बनाने में पूरी तरह से विफल साबित हुई है। ज्ञात हो कि मणिपुर के कुछ इलाकों में हिंसा के बाद कर्फ्यू लगाया गया है। इसके अलावा इंटरनेट और मोबाइल सेवा भी रोक दी गई है। जिसके चलते लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।