नई दिल्ली। बिजली निर्माता एनटीपीसी ने उत्तर प्रदेश के रायबरेली में स्थित फिरोज गांधी ऊंचाहार थर्मल पावर स्टेशन में बुधवार को हुई दुर्घटना में 26 लोगों की मौत हो जाने के बाद संयंत्र की 500 मेगावाट की इकाई को बंद कर दिया है। कंपनी ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
बीएसई में दाखिल नियामकीय रिपोर्ट में कंपनी ने कहा कि रायबरेली में स्थित फिरोज गांधी ऊंचाहार थर्मल पावर स्टेशन की यूनिट 6 (500 मेगावॉट) को 1 नवंबर की शाम हुई दुर्घटना के बाद बंद कर दिया गया है, जबकि संयंत्र की बाकी पांचों इकाइयों का परिचालन सामान्य है।
एनटीपीसी के ब्यालर में हुए विस्फोट से मरनेवालों की संख्या गुरुवार को बढ़कर 26 हो गई, जबकि सौ से ज्यादा श्रमिक चोट लगने और जलने के कारण घायल हैं।
कंपनी की लखनऊ-इलाहाबाद राजमार्ग पर स्थित ऊंचाहार संयंत्र में एक बॉयलर में हुए विस्फोट के बाद आग लग गई, जिसमें कई कर्मचारी फंस गए। चारों तरफ फैले धुआं और राख के गुबार के कारण राहत अभियान चलाने भी दिक्कतें आईं।
कंपनी में ठेके पर काम करने वाले कर्मियों ने गुरुवार को एनटीपीसी प्रबंधन के खिलाफ नारे लगाकर आक्रोश व्यक्त किया। उनका दावा है कि उन्होंने यूनिट 6 में किसी अनहोनी की चेतावनी पहले ही दे दी थी, क्योंकि भट्ठी के पास तापमान लगातार बढ़ रहा था। कर्मियों का कहना है कि प्रबंधन के अधिकारियों ने उनकी बात अनसुनी कर दी, जिस कारण इतना बड़ा हादसा हो गया।
एनटीपीसी ने इस दुर्घटना के कारणों की जांच शुरू कर दी है, जबकि राज्य सरकार ने मजिस्ट्रेट जांच का आदेश दिया है।