जयपुर। पार्टी और आलाकमान के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले वरिष्ठ भाजपा विधायक घनश्याम तिवाड़ी ने एक बार फिर अपनी ही सरकार को कटघरे में खडा कर दिया है।
तिवाडी ने कहा कि राजस्थान उच्च न्यायालय की ओबीसी आयोग को भंग करने के बाद अध्यादेश जारी करना सरकार की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिह्न खड़ा करता है।
उसी प्रकार से अभी तक वंचित वर्ग के लिए आरक्षण का विधेयक जो विधानसभा में पारित किया था, उसको लागू न करना भी सरकार की नाकामी है और इससे असंतोष पैदा हो रहा है।
तिवाड़ी ने कहा कि सरकार मीना-मीणा और भरतपुर, धौलपुर, शेखावाटी तथा अन्य स्थानों के जाटों के बीच में जो भेद किया जा रहा है, उसे समाप्त किया जाए साथ ही इबीसी ‘इकॉनोमिक्ली बैकवर्ड कम्यूनिटी यानि वंचित वर्ग के लोगों के लिए आरक्षण की व्यवस्था की जाए।
वाहिनी पर प्रश्नचिह्न खड़ा करना अनुचित
उन्होंने बताया कि इंडिया फाउंडेशन के नाम पर भाजपा के ही राष्ट्रीय महासचिव राममाधव एक संस्थान चला रहे हैं। ऐसे ही भारत नीति के नाम से पार्टी के ही मुरलीधर राव एक संस्थान चला रहे हैं साथ ही भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्याक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे भी एक संस्थान चला रहे हैं।
हाल ही में दीनदयाल शोध प्रतिष्ठान की तरफ से महेश शर्मा की एक पुस्तक का प्रधानमंत्री ने अनावरण किया है। स्वर्गीय नानाजी देशमुख ने भी दीनदयाल शोध संस्थान की स्थापना की थी। उसी प्रकार हमने भी आज से 28 वर्ष पहले पं. दीनदयाल स्मृति संस्थान की स्थापना की थी।
दीनदयाल वाहिनी उसी के अंतर्गत एक सामाजिक राजनीतिक संगठन है। उसमें काम करना उसी प्रकार काम करना है जैसे उपरोक्त अन्य संस्थाओं में काम करना है। इसलिये दीनदयाल वाहिनी के बारे में प्रश्नचिह्न उठाना बिलकुल अनुचित है।
दीनदयाल वाहिनी के सांगानेर वार्ड अध्यक्षों की घोषणा
दीनदयाल वाहिनी सांगानेर विधानसभा क्षेत्र की बैठक शनिवार को हुई। जिसमें जयपुर शहर जिलाध्यक्ष विमल अग्रवाल की अनुशंषा पर सांगानेर विधानसभा क्षेत्र के अध्यक्ष राजेश अजमेरा ने सभी वार्डों में अध्यक्ष की घोषणा की।
प्रदेश के वरिष्ठ नेता घनश्याम तिवाड़ी ने सभी नवनियुक्त वार्ड अध्यक्षों को शुभकामनाएं देते हुए पं. दीनदयाल के सिद्धांतों पर चलते हुए उनके विचारों को जन जन तक पहुंचाने की जरुरत बताई।
ये बने वार्डों के अध्यक्ष
वार्ड – नाम
32 — राधे कटारा
33 — भगवान चौधरी
34 —सूरज सैनी
35 — कृष्ण कुमार भारद्वाज
36 — सोहन लाल शर्मा
37 — रामफूल मीणा
38 — अनिल शर्मा
39 — भगवान सैन
40 — मनोहर सिंह
41 — कविराज
42 — राजकुमार गुप्ता
43 — शिवराम गोस्वामी
44 — गंगाराम चौधरी
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