लखनऊ। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को कहा कि आजकल राजनीति में चापलूसों की बाढ़ आ गई है। उन्होंने कहा कि पहले के नेता अच्छी राय और अच्छे संदेश देते थे लेकिन राजनीति में अब वैसी बात नहीं रह गई है। अब सब चापलूस हो गए हैं।
मुलायम सोमवार को लखनऊ के कुकरैल वनक्षेत्र में पौध रोपकर उत्तर प्रदेश में 24 घंटे में पांच करोड़ पौधे लगाने के विश्व रिकार्ड बनाने सम्बन्धी अभियान की शुरुआत कर रहे थे।
इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सपा मुखिया ने कहा कि हमारी पार्टी में भी इस समय चापलूसों की कमी नहीं है। पहले हमारे यहां आलोचना करने वालों का सम्मान था, हम उनसे बात कर अपने में सुधार करते थे किन्तु अब ऐसा नहीं होता।
उन्होंने कहा कि विद्यार्थी जीवन में भी हमने पौधारोपण किया है। हमारे गांवों में बहुत पेड़ थे। अब अय्याशी का जमाना आ रहा है, लेकिन जहां-जहां रास्ता है, वहां-वहां हमने पेड़ लगवाए हैं।
उन्होंने लोगों से कहा कि तीन पेड़ सबसे ज्यादा लगाओ-नीम, पीपल और काकड़। सबसे ज्यादा ऑक्सीजन यही तीन पेड़ देते हैं। प्रदूषण बहुत बढ़ गया है। बीमारियां बहुत होने लगी हैं। ऐसे में पेड़ लगाना बहुत जरूरी है।
सपा मुखिया ने इस अवसर पर अखिलेश सरकार की भी सराहना की। कहा कि जल्द ही यूपी नंबर एक पर होने वाला है। उन्होंने कहा कि समाजवादी सरकार कथनी और करनी में कोई फर्क नहीं करती है।
उन्होंने दावा किया कि प्रदेश में बड़े पैमाने पर विकास कार्य हुए हैं पर नेता और अधिकारी इसका प्रचार-प्रसार नहीं कर रहे। उन्होंने नेताओं व अधिकारियों से अपील की कि वे अखिलेश सरकार के कामों का प्रचार-प्रसार करें।
इस मौके पर मुलायम ने आठ पौधे लगाए। उन्होंने कहा कि पहले गांव वाले अनपढ़ थे तो भी पेड़ लगाते थे और चारों ओर हरा-भरा रहता था लेकिन अब जबकि पढ़े-लिखों की संख्या काफी हो गई तो ये पढ़े-लिखे पेड़ नहीं लगाते।
मुलायम ने अभियान के तहत लगने वाले पेड़ों की मॉनिटरिंग का जिम्मा मुख्यमंत्री की प्रमुख सचिव अनीता सिंह को सौंपा। कहा कि इस अभियान के तहत लगाए गए पौधों की वह समय-समय पर मानिटरिंग करें।
इस अवसर पर सपा सरकार के मंत्री अहमद हसन व रविदास मेहरोत्रा, कृषि उत्पादन आयुक्त प्रवीर कुमार तथा वन विभाग के कई शीर्षस्थ अधिकारी मौजूद थे।
गौरतलब है कि आज के दिन चैबीस घंटे के अंदर उप्र सरकार 6166 स्थानों पर पांच करोड़ पौधों का रोपण कर विश्व रिकार्ड बना रही है। यह रिकॉर्ड गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड की टीम की निगरानी में बनाया जा रहा है।
प्रदेश सरकार ने 7 नवंबर 2015 को पौधारोपण की मुहिम छेड़ी थी। उस समय एक दिन में दस लाख से अधिक पेड़ लगाए गए थे। इस मुहिम को भी गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया था।