सर्दियों में वातावरण में नमी की वजह से होंठों का फटना आम बात है। लेकिन फटे होंठ जहां चेहरे पर बदसूरती का अहसास कराते हैं, वहीं दूसरी ओर शारीरिक पीड़ा का कारण बनते है। प्रख्यात सौंदर्य विशेषज्ञ शहनाज हुसैन का मानना है कि नारियल तेल, ऑर्गन तेल पर आधारित होंठों के वाम तथा लिपिस्टिक के प्रयोग से होठों को फटने से बचाया जा सकता है। होंठ चेहरे की सुंदरता में अहम भूमिका अदा करते हैं।
आपसी वातार्लाप में सामान्यता होंठ आपसी आकर्षण का केंद्र बनते हैं। होंठ चेहरे की बनावट में आंखों तथा नाक की तरह महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। होठों की सुंदरता से चेहरे की आभा तथा निखार में चार चांद लग जाते हैं। होठों की चमड़ी पतली तथा अत्यंत संवेदनशील होती है, जिससे यह सर्दियों में फट जाती है।
शहनाज ने कहा कि सर्दी के मौसम में नमी की कमी के अलावा शरीर में पोषाहार तत्वों की कमी की वजह से भी होंठ फट जाते हैं। शरीर में विटामिन-ए, सी तथा बी-2 की कमी से कई बार होठों में दरारें आ जाती हैं तथा खून बहना शुरू हो जाता है।
उन्होंने कहा कि सर्दियों में अगर आपके होंठ लगातार फट रहे हैं तथा सामान्य घरेलू उपचारों द्वारा राहत नहीं मिल रही है, तो आप बाहरी सौंदर्य प्रसाधनों की बजाय अपने खान-पान पर ज्यादा ध्यान दीजिए। आप खट्टे फल, पका पपीता, टमाटर, हरी पत्तों वाली सब्जियां, गाजर, जैई तथा दूध वाले पदार्थो को जरूर शामिल कीजिए, लेकिन यदि आप डायबिटिज या उच्च रक्तचाप की समस्या से भी जूझ रहे हैं तो अपने डाइट में बदलाव से पहले डाक्टर से जरूर सलाह मशवरा कर लीजिए।
शहनाज हुसैन ने कहा कि सर्दियों में अपने होठों को जीभ से कतई मत चाटिए। इससे होठों में शुष्कता आने से फटने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। होठों की चमड़ी पतली तथा संवेदनशील होती है, जिससे यह सर्दियों में फट जाती है। सर्दियों में चेहरे को धोने के बाद होठों को मुलायम तौलिये से हल्के से पोंछना चाहिए, ताकि मृत कोशिकाओं को हटाया जा सके। रात में आप प्रतिदिन एक घंटा तक होठों पर मलाई लगाकर रख सकते हैं। यदि इससे होठों का रंग काला पड़ जाता है तो मलाई में नींबू जूस की कुछ बूंदें शामिल कर लीजिए।
उन्होंने कहा कि रात में शुद्ध बादाम तेल तथा ऑर्गन तेल होंठों की त्वचा को पौष्टिकता प्रदान करने में अहम भूमिका अदा करते हैं। ऑर्गन आयल को मुख्यत: खाद्य तेल तथा त्वचा एवं खोपड़ी की समस्या से जूझने के लिए उपयोग किया जाता रहा है। ऑर्गन आयल अनसैचुरेटेड फैटी एसिड से भरपूर होता है तथा इससे मॉइस्चराइड क्रीम, लोशन, फेश पैक तथा हेयर ऑयल जैसे सौंदर्य प्रसाधनों में प्रयोग किया जाता है।
यह त्वचा की लचीलेपन जैसे गुणों को बनाए रखकर त्वचा में नवयौवन का संचार करके बुढ़ापे के लक्षणों को रोकता है। इससे त्वचा में शीघ्रता से समा जाने के गुणों से यह होठों के लिए अति उत्तम माना जाता है। आर्गन आयल की बूंदों को आप सीधे होठों पर मालिश कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि नारियल तेल को पोषक तथा नमी बनाए रखने के गुणों से भरपूर माना जाता है। यह त्वचा को मुलायम तथा कोमल बनाता है। इसे होठों पर लगाने से सूर्य की अल्ट्रा वायलेट किरणों के नुकसान को रोका जा सकता है तथा यह त्वचा की क्रीम से बेहतर सुरक्षा कवच प्रदान करता है।
शहनाज हुसैन ने कहा कि नारियल तेल को मुख्यत: चेहरे के मेकअप को हटाने में प्रयोग किया जा सकता है। नारियल तेल को सौंदर्य प्रसाधन तथा खाद्य तेल दोनों प्रकार से पूरी तरह सुरक्षित रूप से प्रयोग किया जा सकता है, क्योंकि अन्य सौंदर्य प्रसाधनों के मुकाबले इसमें कोई भी सिंथेटिक संघटक विद्यमान नहीं होते तथा अन्य तेलों की अपेक्षा नारियल तेल से कभी दरुगध भी नहीं आती, नारियल तेल तथा ऑर्गन तेल आधारित होंठ बाम तथा होंठ क्रीम सर्दियों में होठों के सौंदर्य में प्रयोग की जा सकती है।
फटे होंठों से यूं पाएं निजात :
– अपने होठों पर साबुन या पाउडर के प्रयोग से परहेज कीजिए तथा होठों पर बाम तथा चिकनी लिपस्टिक का उपयोग कीजिए।
– होठों पर बादाम तेल या क्रीम लगाकर इसे रात्रि में लगा रहने दें।
– लिपस्टिक क्लीजिंग क्रीम या जैल से हटाइए।
– सर्दियों में अपने होठों को जीभ से कतई मत चाटिए।