मथुरा। पाइप लाइन से तेल चोरी की घटना की जानकारी के बाद एक बार फिर मथुरा रिफाइनरी प्रशासन की लापरवाही साबित हो रही है। लम्बे अर्से से आईओसी की पाइप लाइन से तेल चोरी होती रही और रिफाइनरी प्रशासन कंट्रोलरूम तथा पेट्रोलिंग की टीम इससे अनभिज्ञ बनी रही।
जबकि नियमित रूप से रिफाइनरी स्थित कंट्रोलरूम से रिफाइनरी को आ रही तथा यहां से समूचे उत्तर भारत में पेट्रोलियम पदार्थ की आपूर्ति के लिए जा रही पाइप लाइनों का प्रेशर चैक किया जाता है तथा विभिन्न स्थानों पर प्रेशर की पूरी जानकारी रहती है। इस पाइप लाइन से प्रेशर डाउन होने के बाद भी आखिर क्यों लम्बे अर्से से इसकी जानकारी या जांच नहीं कराई गई।
ज्ञात रहे मथुरा रिफाइनरी से समूचे उत्तर भारत के विभिन्न शहरों में पेट्रोल डीजल की सप्लाई की जाती है, यहां से मथुरा जालंधर पाइप लाइन, मथुरा-टुण्डला पाइप लाइन, मथुरा-भरतपुर पाइप लाइन तथा मथुरा-सलाया पाइप लाइन जाती है। रिफाइनरी प्रशासन को समय-समय पर इन पाइप लाइनों से तेल चोरी की सूचना सप्लाई किए जाने वाले स्टेशनों पर पाइप लाइनों में पेट्रोलियम पदार्थ का प्रेशर कम होने पर मिलती रहती हैं, लेकिन रिफाइनरी प्रशासन द्वारा कभी इन घटनाओं को गंभीरता से नहीं लिया जाता।
पूर्व में आठ फरवरी 2012 को कोसीकलां के उमराला गांव के निकट पाइप लाइन में लगा बाल्व अचानक खुल जाने से खेत में डीजल का तालाब बन गया और ग्रामीणों ने ड्रम व बड़े-बड़े बर्तनों में डीजल भरकर खुली लूट की थी।
पिछले वर्ष 16 मार्च को रिफाइनरी की पेट्रोलिंग टीम ने जनपद के ही थाना शेरगढ़ के गांव सेरसा के निकट पाइप लाइन के 798 किमी. पर गुड्स ट्रक को पेट्रोलियम पदार्थ के साथ पकड़ा था, वर्ष 2013 में ही 12 अप्रैल को थाना मगोर्रा के गांव सौनोठ में भरतपुर जाने वाली इंडियन आयल कारपोरेशन की पाइप लाइन में सेंध लगाकर चोरों ने लाखों रुपए कीमत का तेल पार कर दिया था।
9 अगस्त 2014 को थाना बलदेव के गांव नगला मथुरिया निवासी सुरेश सिंह द्वारा भूमिगत पाइप लाइन के ऊपर निर्माण कार्य करा देने से पाइप लाइन क्षतिग्रस्त होने के कारण रिफाइनरी प्रशासन को पेट्रोलियम पदार्थ के नुकसान का खामियाजा भुगतना पड़ा।
15 सित.14 को शहर में ही थाना हाइवे क्षेत्र की पुष्पांजलि कालौनी से गुजर रही रिफाइनरी की पाइप लाइन में बाल्व लगाकर चोरी किए जाने का पता चला था। इसी तरह दो दिन पूर्व 28 नवम्बर14 को थाना फरह क्षेत्र के गांव सेरसा में सलाया मथुरा पाइप लाइन में बाल्व लगाकर तेल चोरी का भण्डाफोड़ हुआ है, लेकिन रिफाइनरी प्रशासन अज्ञात लोगों के खिलाफ थाने में मुकद्मा दर्ज करा आराम से बैठ गया है।
यूं तो फरह के गांव सेरसा के निकट भूमिगत पाइप लाइन से बाल्व लगाकर चोरी करने का यह पहला मामला नहीं है, इसी जगह से वर्ष 2013 में बाल्व लगाकर तेल चोरी करने का पता चलने के साथ ही यहां से तेल से भरा एक टैंकर जो ट्रक के अंदर रखा था, पकड़ा गया। लेकिन तब भी मामले की जांच विभागीय पेचिदगियों में फंसकर रह गई थी।
कहीं ऐसा तो नहीं उसी बाल्व से अब तक तेल चोरी कर रिफाइनरी को चूना लगाया जा रहा हो। इतना निश्चित है कि रिफाइनरी अधिकारी व कर्मचारी इसमें कही न कही लिप्त हैं। जब रात और दिन में तीन-तीन आदमी की टीम प्रत्येक दस किमी. पाइप लाइन पर पेट्रोलिंग कर पाइप लाइनों की रखवाली करते हैं। लेकिन फिर भी पेट्रोलिंग टीम को इस चोरी की कहानी का पता न होना शक जाहिर करता है।
इस संबंध में रिफाइनरी के चीफ आपरेशन मैनेजर पाइप लाइन ई. हक का कहना है कि पाइप लाइन में सेंध का मामला गंभीर है, ऐसा प्रतीत हो रहा है कि तेल चोरों ने रात के समय इस घटना को अंजाम दिया होगा, घटना के बाद पाइप लाइन की मरम्मत कराकर उसकी सुरक्षा के लिए स्थानीय पुलिस के साथ सामंजस्य बनाया जाएगा।