मुंबई। नासिक में मुंबई-आगरा महामार्ग स्थित एक थ्री स्टार होटल में आयकर विभाग ने छापामारी करके दो व्यक्तियों के पास से करोड़ों रुपए के पुराने-नए नोट जब्त किए हैं। गिरफ्तार आरोपियों में कालाराम मंदिर के विश्वस्त महंत सुधीर दास व छावा संगठन के जिलाध्यक्ष विलास पांगारकर का समावेश है।
बताया जाता है कि इन दोनों से थोड़ी बहुत जानकारी लेकर उन्हें अधिक जानकारी के लिए मंगलवार को बुलाया गया है। सही मायने में इस मामले की जांच मंगलवार से ही शुरू होने की संभावना जताई जा रही है, लेकिन अभी तक यह राशि किसकी है, यह पता नहीं चल पाया है। इसका खुलासा पूछताछ के बाद ही हो सकता है।
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने काला धन बाहर निकालने के लिए 8 नवम्बर को 500 व 1000 रुपए के नोटों को चलन से बाहर कर दिया था। इसी बीच आयकर अधिकारियों को पता चला कि मुंबई-आगरा महामार्ग स्थित एक थ्री स्टार होटल में दो व्यक्ति रुके हुए हैं, उनके पास करोड़ों रुपए के नए व पुराने नोटों की नगदी है।
आयकर विभाग को पता चला कि होटल में कालाराम मंदिर के विश्वस्त एवं पिछले सिंहस्थ कुंभ मेला में दिगंबर आखाड़ा से महंताई लेने वाले सुधीर दास और छावा संगठन के जिलाध्यक्ष विलास पांगारकर रुके हैं।
वे पुराने नोटों के बदलने व नए नोट देने के लिए होटल में रुके हुए थे और आयकर विभाग ने छापामारी की कार्रवाई शुरू कर दी। इन दोनों को करोड़ों पुराने और नए नोटों के साथ गिरफ्तार किया गया है। इस मामले में आयकर विभाग ने एक कार बरामद की है, जो महंत सुधीर दास की है।
इंदिरा नगर पुलिस की मदद से इन दोनों को देर रात गडकरी चौक स्थित आयकर भवन में लाया गया। वहां पर उनकी जांच कर छोड़ दिया गया और उन्हें मंगलवार को दोबारा जांच के लिए बुलाया गया है।
उल्लेखनीय है कि विभिन्न बैंक, संदेहात्मक व्यक्ति, संस्थाओं पर आयकर विभाग ने छापामारी की कार्रवाई जारी रखी है। बताया जाता है कि शहर के कुछ प्रतिष्ठित नागरिक लगातार पुराने नोटों के बदले में नए नोट का व्यवहार करने व्यस्त दिखाई दे रहे हैं।
कुछ व्यवहारों में शहर के गुंडागर्दी करने वाले भी शामिल हैं, जिन्होंने कई लोगों से नोट बदलने के लिए पुराने नोट लिए, पर वापस नहीं किए। कुछ घटनाओं में फर्जी अधिकारी बताकर कार्रवाई की धमकी देकर राशि को हड़प लिया गया है। नासिक जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक पर पहले से ही आयकर विभाग की नजर है।