कैनबेरा। आस्ट्रेलिया में प्रत्येक पांच में से एक व्यक्ति रिवेंज पोर्न (बिना सहमति के अश्लील तस्वीरें लेना) का शिकार रहा है। यह बात एक नए अध्ययन में सामने आई है।
आरएमआईटी यूनिवर्सिटी और मोनाश यूनिवर्सिटी के अध्ययन में कहा गया है कि 4,200 से ज्यादा लोगों के एक राष्ट्रीय सर्वेक्षण में पाया गया कि पुरुष और महिलाएं दोनों समान रूप से इस अपराध के लिए निशाना बनाए गए।
बीबीसी की रपट के अनुसार आस्ट्रेलिया में इस विषय पर किया गए पहले व्यापक अध्ययन में कहा गया है कि लेकिन पुरुष अधिक अपराधी हो सकते हैं, जबकि महिलाओं को सुरक्षा का डर अधिक है।
अध्ययनकर्ताओं ने कहा कि अध्ययन में पाया गया कि यह अपराध पहले जितना सोचा गया था, उससे कहीं ज्यादा बड़ा पाया गया और पांच में से प्रत्येक एक प्रतिवादी की बिना सहमति के आपत्तिजनक तस्वीरें ली गईं।
पाया गया कि 11 प्रतिशत तस्वीरों को बिना सहमति के फैलाया(साझा करना) गया, जबकि 9 प्रतिशत को इन तस्वीरों के सार्वजनिक करने की धमकी दी गई थी।
हालांकि अल्पसंख्य समूहों, जिसमें आस्ट्रेलिया के मूल निवासियों, शरीर से अक्षम और लीजीबीटी(लिंग संबंधी पहचान वाला एक विशेष समूह) के पीड़ित होने के ज्यादा खतरे पाए गए।
मुख्य अध्ययनकर्ता निकोला हेनरी के हवाले से बीबीसी की रपट बताती है कि तस्वीर पर आधारित इस तरह के अपराध बहुत तेजी से सामने आए हैं और खासकर जब हमारे कानून और नीतियां इस मुद्दे पर लगाम लगाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
अध्ययनकर्ताओं ने तस्वीर आधारित इस अपराध को संघीय अपराध और 2015 में यूनाइडेट किंगडम में इसी तरह के अपराध के लिए बनाए गए हेल्पलाइन नंबर बनाने की सिफारिश की।
फिलहाल आस्ट्रेलिया के दो राज्यों- विक्टोरिया और दक्षिण आस्ट्रेलिया में सहमति के बिना तस्वीरों को फैलाने के खिलाफ पर्याप्त कानून हैं।