गुवाहाटी। असम के गोलपाड़ा जिले में शुक्रवार को आयोजित एक विरोध प्रदर्शन में पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई।
पुलिस ने राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 37 पर जुलूस निकाल रहे प्रदर्शनकारियों के एक समूह पर गोलीबारी की। प्रदर्शनकारी संदिग्ध मतदाताओं की समस्या सुलझाने की मांग कर रहे थे। उन्होंने राष्ट्रीय नागरिक पंजिका (एनआरसी) में असली भारतीय नागरिकों के नाम शामिल करने की भी मांग की।
पुलिस ने कहा कि गोलपाड़ा जिले के खारूबोसा इलाके में आयोजित इस जुलूस के लिए प्रशासन से आवश्यक अनुमति नहीं ली गई थी। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने पहले लाठीचार्ज किया।
गोलपाड़ा के पुलिस अधीक्षक अमिताभ सिन्हा ने कहा कि पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर कर दिया। लेकिन प्रदर्शनकारी फिर से जमा हो गए और उन्होंने एनएच37 पर चल रहे वाहनों पर पथराव शुरू कर दिया। इसके बाद पुलिस ने गोलीबारी की, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई।
पुलिस ने कहा कि मृतक की पहचान याकूब अली के रूप में हुई है। जुलूस का नेतृत्व अधिवक्त नजरुल इस्लाम ने किया।
इस्लाम को इसके पहले एक विदेशी न्यायाधिकरण के एक न्यायाधीश पर हमला करने के लिए गिरफ्तार किया गया था। एक अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया था और वह इस समय जमानत पर रिहा थे।