नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी ने उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी सुप्रीमो मुलायम सिंह के बेटे अखिलेश यादव के हालिया बयान को एक सिरे से खारिज कर दिया है।
अखिलेश यादव ने कहा था कि यदि मुलायम सिंह को आगामी प्रधानमंत्री बनाने पर सहमति हो, तो कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को उप-प्रधानमंत्री का पद दिया जा सकता है, इस तरह कांग्रेस-सपा गठबंधन की नींव रखी जा सकती है।
लेकिन अखिलेश यादव की उस वक्त किरकिरी हो गई जब कांग्रेस ने उनके इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज करते हुए एलान किया कि कांग्रेस यूपी के आगामी विधानसभा चुनाव में अकेले ही लड़ेगी और फिलहाल कांग्रेस का सपा के साथ किसी भी तरह के चुनावी गठबंधन का कोई विचार नहीं है।
कांग्रेस प्रवक्ता टॉमवड्कन ने कहा कि यह विचार केवल अखिलेश यादव के हैं, कांग्रेस इससे सहमत नहीं है। उन्होंने कहा कि यह अभी बहुत दूर की बात है कि आगामी लोकसभा चुनाव में क्या तय होगा।
कांग्रेस ज्योतिष नहीं है ना ही कोई भविष्यवाणी कर सकती है कि आने वाले वक्त में क्या हो सकता है और क्या नहीं, हां अगर अखिलेश यादव जानते हैं, तो वह कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि यूपी में कांग्रेस फिलहाल कोई गठबंधन नहीं करने जा रही है। कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनाव भी अकेले ही लड़ेगी। कांग्रेस किसी पार्टी का सहयोग नहीं लेगी।
अखिलेश यादव ने ये शगूफा दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान छोड़ा। गौरतलब है कि उस वक्त कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी वहां मौजूद थे, लेकिन उन्होंने भी अखिलेश के इस बयान पर कोई टिप्पणी नहीं की।
जानकारी हो कि एक साल बाद उत्तरप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने है, और अखिलेश सरकार को लेकर मतदाताओं में नाराजगी अपने चरम पर है। वहीं बिहार चुनाव में सपा का अकेले चुनाव लड़ना भी कोई फायदे का सौदा साबित नहीं हो सका।