जयपुर। राजस्थान विधानसभा मेेंं नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर कलक्टर-एसपी कांफ्रेंस को हल्केपन से लेने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री समस्याएं सुलझाए, जुमले नहीं गढे।
डूडी ने बुधवार को जारी बयान मेंं मुख्यमंत्री की ओर से कलक्टर-एसपी कांफ्रेंस में दिए गए संबोधन को इंगित करते हुए कहा कि राजे ने जनवरी 2014 और जुलाई 2015 में सपन्न हुई कलक्टर-एसपी कांफ्रेंस मेंं जिला कलक्टर को एक-एक बेटी गोद लेकर उनके लालन पालन व शिक्षा, गांवों में रात्रिविश्राम कर लोगों की समस्याओं के समाधान करने समेत अन्य कई निर्देश दिये थे, लेकिन इनका क्रियान्वयन कमजोर रहा।
उन्होंने कहा कि कलक्टर-एसपी कांफ्रेंस मे जुमले गढना मुख्यमंत्री की आदत बन गई है, राजे ने आज फिर जीरो टालरेंस जैसे जुमले दोहराये हैं।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जयपुर में जामडोली में मानसिक रूप से कमजोर बच्चों के आश्रय आवास में 11 बच्चों की प्रशासनिक लापरवाही और भ्रष्टाचार की वजह से मौते हुई हैं, लेकिन मुख्यमंत्री ने खुद वहां जाकर निरीक्षण करना भी उचित नहीं समझा।
ऐसे में मुख्यमंत्री का लापरवाही, भ्रष्टाचार और निष्क्रियता को लेकर जिला कलक्टर को जीरो टालरेंस की हिदायत सिर्फ जुमलेबाजी भर है। प्रदेश में सूखे के गंभीर हालात है और जल संकट की स्थिति गहराती जा रही है, लेकिन मुख्यमंत्री ने कोई ठोस कार्ययोजना इस बाबत नहीं बनाई है।
इधर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जामडोली में स्थित मानसिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए सरकारी गृह में संक्रमण से ग्यारह बच्चों की मौत के विरोध में झालना डूंगरी और इमलीवाला फाटक पर मुयमंत्री वसुंधरा राजे और सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री डा अरूण चतुर्वेदी के पुतले फूंक कर विरोध दर्ज करवाया।
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष अर्चना शर्मा ने विमंदित गृह के 11 विमंदित बच्चों की मौत को सरकारी अनदेाी का परिणाम बताते हुए कहा कि सरकार अपनी राजनीतिक जवाबदेही से मुंह मोड़ रही है।