झांसी। गरीबी और आर्थिक स्थिति कमजोर होने का लाभ उठाकर उड़ीसा में रहने वाली एक लड़की को पहले नौकरी दिलाने का झांसा दिया गया।
इसके बाद उसे वह धोखेवाज मध्य प्रदेश के दतिया में अपनी बहन के घर ले आया। जहां धमकाकर उसके साथ बलात्कार किया। जब इतने से भी मन नही भरा तो उसका अश्लील वीडियो बनाकर उसे अपनी बहन के घर छोड़कर भाग गया।
किसी प्रकार पीड़िता दीवार कूदकर जालसाज की बहन के घर से भाग निकली और झांसी स्टेशन पर पहुंच गई। जहां उसे भटकते देख आरपीएफ ने अपनी सुपुर्दगी में लेकर पूछताछ शुरु कर दी।
हुआं यूं कि स्टेशन पर आरपीएफ प्रभारी राजीव उपाध्याय के निर्देशन में उनके जवान स्टेशन पर गश्त कर रहे थे। इसी दौरान उनकी नजर वहां घबराई हालत में बैठी लगभग 17 वर्षीय एक किशोरी पर पड़ी।
इस पर शक होने पर वह मौके पर पहुंचे और उस लड़की को अपनी सुपुर्दगी में लेकर पूछताछ की तो हकीकत चैकाने वाली सामने आई।
पूछताछ के दौरान लड़की ने बताया कि वह उड़ीसा के बरमण्डा इलाके की रहने वाली है। जहां वह एक कम्पनी में मामूली नौकरी करती है। एक दिन उसकी स्टेशन पर उड़ीसा के गोविन्द सरमानी निवासी मुन्ना नाम के युवक से मुलाकात हुई।
यह मुलाकात धीरे-धीरे दोस्ती में बदल गई और उसने इसी दौरान उक्त युवक से अच्छी नौकरी की तलाश करने के लिए कहा। बस फिर क्या था इसका लाभ उठाकर युवक ने उसे अपने झांसे में लेना शुरु किया और 4-5 दिन पहले वह उसे मध्य प्रदेश के दतिया में अच्छी नौकरी दिलाने के लिए उत्कल एक्सप्रेस से दतिया पहुंची।
दतिया में वह युवक उसे अपने साथ यह कहकर एक घर में ले गया कि यहां उसकी बहन रहती है। बहन के घर के पहुंचने के बाद उक्त युवक ने उससे आने-जाने का किराया मांगा। इस पर जब उसने रुपए नहीं दिए तो उसने मारपीट कर उसे धमकाया और उसके दस्तावेज व मोबाइल छीन लिया। इसके बाद उसके साथ बलात्कार किया। जब इतने से भी मन नही भरा तो उसका अश्लील वीडियो बना दिया।
इतना सब होने के बाद जब उसने उक्त युवक से अपने दस्तावेज मांगे और वापस उड़ीसा जाने के लिए कहा तो उसने उसे घर से नहीं निकलने दिया। इसके बाद उक्त युवक वापस चला गया।
जब उसे इसकी जानकारी हुई तो उसने उसकी बहन से भी जाने के लिए कहा लेकिन उसने उसे नहीं जाने दिया। दो दिन पहले जब उसकी बहन पानी भरने बाहर गई तो वह मौका पाकर दीवार कूद गई और भाग निकली किसी प्रकार वह लोगों को मदद से झांसी स्टेशन पहुंच गई।
मामले की जानकारी आरपीएफ ने इस कहानी की सच्चाई जाने के लिए छानबीन करते हुए उसके परिजनों से सम्पर्क करने का प्रयास किया। समाचार लिखे जाने तक उसके परिजनों से कोई सम्पर्क नहीं हो सका था।