वाशिंगटन। आतंकवादी संगठन अलकायदा के पूर्व प्रमुख ओसामा बिन लादेन की हत्या के उद्देश्य से की गई कार्रवाई के दौरान अमेरिकी सुरक्षाबलों के हाथ उसके कुछ निजी खत लगे थे, जिससे खुलासा हुआ है कि दुनिया के सबसे कुख्यात आतंकवादी का बेटा अपने पिता की ‘हत्यारी विचारधारा’ को आगे ले जाना चाहता है और उसका इरादा अपने पिता की मौत का बदला लेना है।
संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) के एक पूर्व एजेंट ने यह जानकारी दी है। अमरीका में 11 सितंबर, 2011 को हुए घातक आतंकवादी हमले को लेकर आतंकवादी समूह की जांच का नेतृत्व कर चुके अली सौफान ने कहा कि वही बेटा आज एक मजबूत और बड़े अलकायदा का नेतृत्व करने के लिए तैयार है।
सौफान ने यह बात लादेन के बेटे हमजा के एक पत्र के आधार पर कही है, जिसे कार्रवाई के दौरान जब्त किया गया था और उसे अब सार्वजनिक किया गया है।
उन्होंने कहा कि वह ओसामा (पत्र में) से कहता है कि उसे याद है ‘हर इशारा..हर मुस्कुराहट, हर शब्द जो आपने मुझे दिए हैं।
इस वक्त हमजा की उम्र लगभग 28 साल हुई होगी और जिस वक्त उसने पत्र लिखा था, उस वक्त वह 22 साल का था। उसने काफी सालों से अपने पिता को नहीं देखा था।
हमजा ने यह भी लिखा है कि मैं खुद को लोहे-सा कठोर समझता हूं। खुदा की खातिर जेहाद की राह मुझे जीने का मकसद देता है।
सौफान ने कहा कि एक नेतृत्वकर्ता के रूप में हमजा की क्षमता काफी साल पहले पहचानी गई थी, जब वह बच्चा था।
उस बच्चे का इस्तेमाल दुष्प्रचार संबंधी वीडियो बनाने तथा तस्वीरों में कभी-कभार बंदूक थामे दिखाया जाता था।
सौफान ने सीबीएस न्यूज से कहा कि वह अलकायदा और उसके सदस्यों के लिए पोस्टर बॉय था।
अमरीका ने हमजा को ‘विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी’ करार दिया था, जो तमगा पहले उसके पिता के लिए इस्तेमाल होता था। सौफान ने कहा कि यहां तक कि वह बोलता भी अपने पिता की ही तरह है।
उन्होंने कहा कि हाल में जो उसका संदेश आया है, उसमें वह उसी तरह भाषण दे रहा है, जैसे उसका पिता देता था..वाक्यों व शब्दों का इस्तेमाल वह ओसामा बिन लादेन की ही तरह करता है। बीते दो वर्षो में हमजा ने चार ऑडियो संदेश जारी किए हैं।
सौफान का मानना है कि हमजा जेहादी आंदोलन को प्रेरित और एकजुट कर सकता है। उन्होंने कहा, “अलकायदा पहले से कहीं अधिक शक्तिशाली हुआ है।
ओसामा बिन लादेन को 2 मई, 2011 को अमेरिकी नेवी सील टीम सिक्स ने पाकिस्तान के ऐबटाबाद में एक कार्रवाई के दौरान मार गिराया था।
लादेन की मौत के बाद उसके द्वारा अपने परिजनों व अलकायदा के वरिष्ठ सदस्यों को लिखे गए खत जब्त किए गए थे, जिन्हें बाद में जारी किया गया।