नई दिल्ली। अंग्रेजी आउटलुक के प्रधान संपादक कृष्ण प्रसाद हटा दिए गए हैं। आउटलुक समूह के कार्यकारी निदेशक ने आउटलुक के सम्पादकीय विभाग को ईमेल के जरिये यह सूचना दी है कि 16 अगस्त से राजेश रामचंद्रन अंग्रेजी आउटलुक के प्रधान संपादक होंगे।
उन्होंने अचानक हुए इस परिवर्तन से सम्पादकीय विभाग से सहयोग कि अपील की है। नए संपादक राजेश रामचंद्रन के अनुसार यह एक सामान्य परिवर्तन है। वह एक माह पूर्व से प्रबंधन के संपर्क में थे।
उधर, प्रधान संपादक पद से हटाये गए कृष्ण प्रसाद ने इसकी वजह राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के बिषय में अंग्रेजी आउटलुक के 8 अगस्त, 2016 के अंक में छपी एक रिपोर्ट को बताया है। 29 जुलाई को प्रकाशित अंग्रेजी आउटलुक के इस अंक में 31 आदिवासी लड़कियों को असम से पंजाब और गुजरात भेजे जाने की घटना को विशेष रिपोर्ट के रूप में प्रकाशित किया था।
एक स्वतंत्र पत्रकार द्वारा लिखे गए इस आलेख में उल्लिखित आपत्तिजनक शब्दों और भ्रामक सूचनाओं को आधार बनाकर सहायक महाधिवक्ता सुभाष चंद कायल, भाजपा प्रवक्ता एवम अधिवक्ता बिजॉन महाजन और भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के मोमिनुल अव्वाल ने गुवाहाटी हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की थी।
सूत्रों के मुताबिक आउटलुक प्रबंधन ने अपनी जांच में भी प्रकाशित आलेख में गैर तथ्यात्मक और आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग पाया जिसके कारण कृष्ण प्रसाद को अपने पद से हटना पड़ा।
इसके पहले भी आउटलुक ने एक भ्रांतिपूर्ण साक्षात्कार इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष के बिषय में प्रकाशित किया था जिसका सीधा खंडन होने के कारण पत्रिका की साख को गहरा धक्का लगा था।