सबगुरु न्यूज-सिरोही। सबका साथ सबका विकास के दावों का वसुंधरा सरकार के तीसरे साल में किस तरह से हवा निकल रही है कि इसकी बानगी सिरोही जिले के आबूरोड तहसील में देखने को मिलेगी। यहां के दस विद्यालय ऐसे हैं जहां पर बच्चों का नामांकन होने के बाद भी वहां पर एक शिक्षक भी नहीं लगाया गया है।
जिन आदिवासियों ने cm वसुंधरा राजे की सरकार बनाने के लिए पत्थरों में कमल उगा दिए उसी सरकार ने इनसे शिक्षा की रोशनी छीनने का पूरा इंतेजाम कर लिया है।
-आरटीआई में सामने आई जानकारी
दरअसल, यह जानकारी पूर्व विधायक संयम लोढा के गत सप्ताह बत्तीसा नाला बांध निर्माण के डूब क्षेत्र में आने वाले आदिवासियों के रिहेबिलेशन को लेकर आयोजित बैठक में आदिवासियों ने बताया था कि उनके क्षेत्र में कई स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं है।
इसके बाद आबूरोड ब्लाॅक शिक्षा अधिकारी कार्यालय से आरटीआई में सूचना मांगी तो वाकई इन आदिवासियों का कथन सही निकला। आबूरोड के आदिवासी क्षेत्र के दस विद्यालय ऐसे हैं जहां पर बच्चों को नामांकन होने के बादभी एक भी शिक्षक सरकार ने तैनात नहीं किया है।
-इन विद्यालयों में एक शिक्षक नहीं
आबूरोड ब्लाॅक में दस विद्यालय ऐसे हैं जहां पर शिक्षा विभाग ने बच्चों को नामांकन होने के बाद भी चालू शेक्षिक सत्र में एक भी शिक्षक नहीं लगाया है। इसमें राजकीय प्राथमिक विद्यालय उपलाखेतरा 47 , राप्रावि भांडवाफली 47, राजकीय प्राथमिक विद्यालय घाटिया फली डेरी 47, राजकीय प्राथमिक विद्यालय गोरिया फली, राजकीय प्राथमिक विद्यालय गोरसा फली, राजकीय प्राथमिक विद्यालय काकर फली 24, राजकीय प्राथमिक विद्यालय कयारी फली 19, राजकीय प्राथमिक विद्यालय केसरगंज, राजकीय प्राथमिक विद्यालय पनवा फली, एसकेपीएस चामुण्डा माता फली 23 शामिल हैं। इन विद्यालयों में प्रथम लेवल के दो-दो शिक्षकों की पोस्ट हैं, इसके बावजूद यह हालात हैं।
इन स्कूलों में वर्तमान शैक्षिक सत्र में बच्चों को नामांकन हो रखा है, इसके बावजूद यहां पर शिक्षकों की नियुक्ति नहीं की गई है। राजकीय प्राथमिक विद्यालय उपलाखेतरा में 47 , राप्रावि भांडवाफली में 47, राजकीय प्राथमिक विद्यालय घाटिया फली डेरी में 47, राजकीय प्राथमिक विद्यालय काकर फली में 24, राजकीय प्राथमिक विद्यालय कयारी फली में 19, एसकेपीएस चामुण्डा माता फली में 23 विद्यार्थी नामांकित हैं। शिक्षा की बदहाली के इस आलम के कारण ही इन विद्यालयों में कोई बालिका नामांकित नहीं हुई हैं।