नई दिल्ली। विश्व हिन्दू परिषद ने चेतावनी दी है कि अगर चित्तौड़ की रानी पद्मावती पर भंसाली प्रोडक्शन द्वारा बनाई जा रही फिल्म में उनके चरित्र को गलत तरीके से पेश किया जाता है तो इसके गम्भीर परिणाम होंगे।
परिषद की महिला शाखा मातृशक्ति की प्रमुख मीनाक्षी ताई पेशवे तथा दुर्गा वाहिनी की राष्ट्रीय संयोजिका माला रावल ने एक संयुक्त बयान जारी कर चेताया है कि इतिहास को गलत तरीके से पेश करने वाले ‘कुछ विदेशी व वामपंथी तथाकथित इतिहासकारों’ के आधार पर राजस्थान की गौरवशाली राजपूत परम्परा का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
रानी पद्मावती को अमर वीरांगना बताते हुए उन्होंने अपने बयान में कहा है कि मुगल अत्याचारी अलाउद्दीन ख़िलजी से अपने शील की रक्षा करते हुए उन्होंने स्वयं को जलती चिता में झोंक दिया किन्तु उस दुष्ट के हाथ न आ सकी।
चंद पैसों के लालच और ओछी पब्लिसिटी की चाह में ऐसी महान महिला को बड़े ही घटिया तरीके से अलाउद्दीन की प्रेमिका बताया जाना न सिर्फ भारतीय इतिहास के साथ बलात्कार होगा बल्कि हर भारतीय नारी के सम्मान को भी ठेस पहुंचाएगा।
उन्होंने कहा कि फिल्म के निर्माता संजय लीला भंसाली को अविलम्ब इस मामले में देश की महिलाओं व राष्ट्रभक्त समाज से माफ़ी मांग इस प्रकार के फिल्मांकन रोक लगानी चाहिए अन्यथा देश की वीरांगनाओं के सम्मान की रक्षार्थ समस्त राष्ट्रभक्त समाज के साथ दुर्गा वाहिनी तथा मातृशक्ति इस विषय को जन-जन तक ले जाएगी।