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ललिता कुमारमंगलम महिला आयोग की नई अध्यक्ष

lalitha kumaramangalam
bjp spokesperson lalitha kumaramangalam appointed as NCW new chairperson

नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता ललिता कुमारमंगलम राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष नियुक्त की गई हैं।…

माइग्रेन के दर्द से राहत देता है यौन संबंध

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orgasm
orgasm may decrease migraine and headache pain

लंदन। सिर के एक तरफ होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए दवा नहीं, यौन संबंध का सहारा लीजिए। दर्द दूर भगाने का यह कारगर उपाय है। हालिया अध्ययन में यह बात सामने आई है।…

टेस्ट रैंकिंग में तीसरे पायदान पर पहुंचे चंद्रपॉल

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shivnarine chanderpaul
shivnarine chanderpaul climbs to number three in icc test ranking

दुबई। बांग्लादेश के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सरीरिज में जीत में अहम भूमिका निभाने वाले वेस्टइंडीज के अनुभवी बल्लेबाज शिवनारायण चंद्रपॉल श्रीलंकाई एंजेलो मैथ्यूज और आस्ट्रेलियाई डेविड वार्नर को पीछे छोड़ते हुए आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में तीसरे स्थान पर पहुंच गए हैं।…

समानता और समरसता

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equality and harmony
equality and harmony

भारत की गुलामी के कालखंड में भारतीय शास्त्रों पर टीकाकारों ने कई टीकाएँ लिखी गई. उन्हीं कुछ टीकाओं में से शब्दों के वास्तविक अर्थ अपना मूल अर्थ खोते चले गए. इतना ही नही मनुस्मृति में भी मिलावट की गई. डा. पी.वी. काने की समीक्षा के अनुसार मनुस्मृति की रचना ईसापूर्व दूसरी शताब्दी तथा ईसा के उपरांत दूसरी शताब्दी के बीच कभी हुई होगी (धर्मशास्त्र का इतिहास, खंड1, तृ. सं. 1980, पृ.46). परंतु रचनाकाल से मेधातिथि के भाष्य तक (9वीं सदी) इसमें संशोधन एवं परिवर्तन होते आ रहें हैं.

“मेधातिथि के भाष्य की कई हस्तलिखित प्रतियों में पाए जाने वाले अध्यायों के अंत में एक श्लोक आता है जिसका अर्थ टपकता है कि सहारण के पुत्र मदन राजा ने किसी देश से मेधातिथि की प्रतियाँ मंगाकर भाष्य का जीर्णोद्धार कराया (डा. काने, वही, पृ. 69). गंगनाथ झा ने भी मेधातिथि भाष्य पर लिखित अपनी पुस्तक की भूमिका मे कहा कि कोई मान्य मनुस्मृति थी और उसकी मेधातिथिकृत उचित व्याख्या थी…

शी की शानदार मेजबानी, चखे गुजराती व्यंजन

china president
in pm modi’s gujarat khaman dhokla for china president

अहमदाबाद। तीन दिन की भारत यात्रा पर पहुंचे चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग का बुधवार को यहां भव्य स्वागत हुआ। द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में होने वाली वार्ता से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मेजबानी में कोई कसर नहीं छोड़ी और चीनी राष्ट्रपति को दुल्हन की तरह सजाए गए साबरमती रीवर फ्रंट पर गुजराती संस्कृति से लेकर व्यंजन तक का स्वाद चखाया।…