नई दिल्ली। पाकिस्तान ने सोमवार को उसे आतंकवाद के मुद्दे पर विश्व समुदाय में अलग-थलग करने के भारत के प्रयासों की कड़ी आलोचना की और कहा वह स्वयं आतंकवाद का शिकार है।
‘इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ पीस एंड कॉन्फ्लिक्ट स्टडीज’ में एक भाषण में भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने दोनों देशों के बीच संबंध सुधारने के लिए निरंतर कूटनीति के जरिये परस्पर सहयोग पर ज़ोर दिया।
कश्मीर का राग अलापते हुए उन्होंने कहा कि यह दोनों देशों के बीच सारी ‘समस्याओं की जड़ है’ और पाकिस्तान को अपनी विदेश नीति की सफलता के लिए किसी भी ‘गलत अंध राष्ट्रीयता’ का सहारा नहीं चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह कैसे मुमकिन है कि एक देश जो स्वयं आतंकवाद से जूझ रहा है, आतंकवाद के ही मुद्दे पर अलग-थलग किया जाए। केवल निरंतर कूटनीति के द्वारा ही भारत और पाकिस्तान सभी मुद्दों को सुलझा सकते हैं।
भारत के साथ पाकिस्तान के संबंधों के लेकर अब्दुल बासित ने कहा कश्मीर ने दोनों देशों को परस्पर विरोधी बना दिया है। उन्होंने दोनों देशों में शांति और समृद्धि के लिए एकजुट होकर इसे सुलझाने पर ज़ोर दिया।
उन्होंने 2003 के संघर्ष विराम समझौते को औपचारिक रूप देने पर ज़ोर दिया और कहा जब उरी में आतंकी हमला हो रहा था, पाकिस्तान को इसकी भनक तक नहीं थी।
करण जोहर की फिल्म ‘ए दिल है मुश्किल’ के बार में टिपण्णी करते हुए उन्होंने कहा कि हमें ख़ुशी है कि उनकी फिल्म इस ‘मुश्किल’ से बाहर आ गई है।