बैंकाक। भारत ने पाकिस्तान को 17 रन से हराकर लगातार छठी बार महिला एशिया कप के खिताब पर कब्जा जमा लिया है। स्टार बल्लेबाज मिताली राज (73) की ट्वंटी-20 करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी की बदौलत भारतीय टीम ने अपनी बादशाहत कायम रखते हुये एक बार फिर रविवार को पाकिस्तान को हराकर महिला ट्वंटी 20 एशिया कप क्रिकेट टूर्नामेंट में खिताब अपने नाम किया।
गत चैंपियन भारत ने 2012 में खेल गये इस टूर्नामेंट के पहले संस्करण में भी पाकिस्तान को ही हराकर खिताब अपने नाम किया था। भारत का इस बार भी प्रदर्शन लाजवाब रहा और लीग मैचों में एक भी मुकाबला न गंवाने वाली भारतीय टीम ने फाइनल में शानदार जीत अपने नाम की और लगातार दूसरी बार खिताब अपने नाम किया। भारत ने लीग मैचों में भी पाकिस्तान को हराया था।
मिताली ने अपनी छवि के अनुरूप खेलते हुये एक छोर संभाले रखा और नाबाद रहमे हुये 65 गेंदों पर 73 रन बनाए। उन्होंने अपनी पारी में सात चौके और एक छक्का लगाया। दूसरे छोर पर विकेटों के गिरते रहने के बावजूद मिताली ने अपना संयम नहीं खोया और बड़े मैच में बड़ी खेल अपनी टीम को यादगार जीत दिला दी।
भारतीय गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी की और 121 रन के अपेक्षाकृत छोटे स्कोर का बखूबी बचाव करते हुए टीम को दूसरी बार खिताब दिला दिया। पाकिस्तान 20 ओवर में छह विकेट पर 104 रन ही बना सकी।
मिताली की यह पारी इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि टीम की तरफ से दूसरा सर्वाधिक स्कोर 17 रन रहा जो झूलन गोस्वामी ने बनाया। मिताली के दम पर ही भारत निर्धारित 20 ओवर में पांच विकेट पर 121 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बना सका। टीम के पांच बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके।
इससे पहले भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया। ओपनर मिताली राज तथा स्मृति मंधाना (छह रन) ने पहले विकेट के लिए 24 रन जोड़कर कुछ हद तक ठोस शुरुआत की। मंधाना 24 के स्कोर पर आउट हुयीं। उन्हें अनाम अमीन ने आउट किया।
मिताली ने इसके बाद छोटी-छोटी साझेदारियां निभाते हुए टीम का स्कोर 100 के पार ले गईं। एक छोर पर विकेट गिरते रहे जबकि दूसरे छोर पर मिताली मजबूती से बल्लेबाजी करती रहीं।
भारत ने निर्धारित 20 ओवर में पांच विकेट पर 121 रन बनाए। छोटे लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान ने भी भारत की तरह ही शुरुआत की और उसका पहला विकेट 24 रन पर ही गिर गया। पाकिस्तान ने जीत की भरपूर कोशिश की लेकिन विजेता टीम की गेंदबाजों ने पाकिस्तानी बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया।
पाकिस्तान का छठा विकेट 81 के स्कोर पर गिरा था और उसे तब 26 गेंद पर 41 रन बनाने थे। लेकिन वह निर्धारित 20 ओवरों में छह विकेट पर 104 रन ही बना सकी और टीम को 17 रन से ट्वंटी-20 विश्वकप गंवाना पड़ा। रोमांचक स्थिति में पहुंच गया था लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने गजब का संयम रखते हुए पाकिस्तानी बल्लेबाजों को बांधे रखा और अंतत: जीत अपने नाम की।
भारत की तरफ से सभी गेंदबाजों ने बेहतरीन गेंदबाजी की। एकता बिष्ट चार ओवर में 22 रन पर दो विकेट लेकर सबसे सफल रहीं जबकि अनुजा पाटिल ,झूलन गोस्वामी, शिखा पांडे और प्रीति बोस को एक-एक विकेट मिला।