लाहौर। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान मिस्बाह उल हक ने अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा है कि वह विश्वकप के बाद वनडे और ट्वंटी 20 से संन्यास ले लेंगे लेकिन टेस्ट क्रिकेट में राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व करते रहेंगे।
40 वष्ाीüय मिस्बाह ने कहा कि सात दिन पहले ही मैंने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को बताया था कि विश्वकप के बाद वनडे और ट्वंटी 20 से संन्यास ले लेंगे लेकिन टीम के लिये टेस्ट खेलते रहेंगे। मिस्बाह के संन्यास को लेकर एक दिन पहले ही मीडिया में अटकलें लगाई जा रहा थी जिसके बाद पाकिस्तानी कप्तान ने इसकी पुष्टि कर दी है। कप्तान ने कहा कि मैंने बहुत पहले ही इस बारे में सोचा था। विश्वकप बहुत बड़ा टूर्नामेंट होता है और मैं इसमें पूरी शांति के साथ खेलना चाहता था इसलिए संन्यास की बात का मैंने पहले खुलासा नहीं किया।
रिपोर्ट के मुताबित पीसीबी ने भी मिस्बाह के इस निर्णय पर सहमति जता दी है। पाकिस्तानी टीम के सफल कप्तानों में से एक मिस्बाह ने अप्रेल 2002 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा था। उन्होंने टीम के लिए 153 वनडे खेले जिनमें 42.83 के औसत से 4669 रन बनाए। इनमें 37 अर्द्धशतक शामिल है। मिस्बाह के नाम बिना किसी शतक के वनडे में इतने रन बनाने का रिकार्ड भी है। अक्टूबर 2004 में टीम से बाहर रहने के बाद तीन वर्षो के लंबे अंतराल के बाद मिस्बाह ने अक्टूबर 2007 में ही राष्ट्रीय टीम में वापसी की।
मई 2011 में वह आलराउंडर शाहिद आफरीदी के बाद टीम के कप्तान बनाए गए। मिस्बाह ने राष्ट्रीय टीम के लिए 39 ट्वंटी 20 मैच भी खेले हैं और इनमें से आठ में वह टीम के कप्तान रहे। उन्होंने फरवरी 2012 में अपना आखिरी ट्वंटी 20 मैच खेला था। इसके बाद उन्होंने इस प्ररूप में कप्तानी छोड़ दी थी जिसके बाद उन्हें ट्वंटी 20 टीम से भी बाहर कर दिया गया था।