इस्लामाबाद। पाकिस्तान के कई क्षेत्र भीषण गर्मी की चपेट में हैं। वहां लू से मरने वालों की संख्या 572 हो गई है। पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी कराची में ही अकेले करीब चार सौ लोगों की लू से मौत हो चुकी है।
पाकिस्तान में पिछले एक दशक में गर्मी का ये सबसे बुरा सितम है। सेना भी पीडि़तों की सहायता के लिए आगे आई है। शुक्रवार से शुरू हुए रमजान महीने में पड़ रही इस गर्मी ने हालात बहुत खराब कर दिए हैं और प्रभावित इलाके के अधिकतर बड़े अस्पताल आपातकाल जैसी स्थिति से जूझ रहे हैं।
सिंध प्रांत के तीन बडे़ सरकारी अस्पतालों ने कल तक 341 लोगों की मौत की पुष्टि की। अन्य अस्पतालों से भी लू, निम्न रक्तचाप और थकान के कारण लोगों के मरने की खबर है।
जिन्ना अस्पताल की चिकित्साधीक्षक ने बताया कि वहां पर कल शाम तक लू से मरने वालों की संख्या करीब ढाई सौ हो चुकी थी। सिंध की प्रांतीय सरकार ने राज्य के सभी अस्पतालों में आपातकाल लगा दिया है। चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं और चिकित्सा सामग्रियों का भंडारण बढ़ा दिया गया है।
गर्मी में वृद्धि के चलते लंबे समय के लिए बिजली कटौती के कारण देश के कुछ क्षेत्रों में सरकार विरोधी प्रदर्शन शुरू हो गए। मौसम विभाग ने घोषणा की है कि अगले 24 घंटों में पाकिस्तान के बहुत से क्षेत्रों में भारी वर्षा हो सकती है। साथ ही अगले सप्ताह नए हीट वेव की संभावना भी व्यक्त की गई है।