शाहजहांपुर। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में तिरंगा यात्रा की शुरूआत करने आए केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने जमकर शहीदों की तारीफ की और तथा सरकार की उपलब्धियां गिनाई। इस अवसर पर उन्होंने पाकिस्तान को भी हिदायत दी कि पाक अपनी नापाक हरकतों से बाज आए।
भारत सरकार के केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह शनिवार को तिरंगा यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए आए थे। इस अवसर पर शहीद रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्ला खां तथा ठाकुर रोशन सिंह की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद यहां खिरनीबाग में एक जनसभा को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि आज अंग्रेजों के भारत छोड़ने के 70 वर्ष पूरे होने पर हमारी सरकार ने हिन्दुस्तान के कोने-कोने में जाकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने का फैसला लिया है। यही तिरंगा यात्रा का मूल उदे्श्य है।
उन्होंने कहा कि शाहजहांपुर वासियों के लिए नहीं बल्कि पूरे हिन्दुस्तान के लिए प्रेरणा है। कि शाहजहांपुर में तीन-तीन अमर शहीद फांसी के तख्ते पर हंसते हुए झूल गए।
उन्होंने शहीद रामप्रसाद बिस्मिल का एक प्रसंग सुनाते हुए कहा कि बिस्मिल की मां हमेशा उनसे कहती थीं कि बेटा शादी कर लो परन्तु उनके अंदर तो देश प्रेम की भावना कूट-कूटकर भरी थी। इसीलिए उन्होंने अपनी मां की बात को अनसुना कर दिया।
इसी दौरान जब वह फांसी के तख्त पर खड़े थे और मजिस्ट्रेट ने पूछा कि तुम्हारी कोई अंतिम इच्छा हो तो बता दो वह तुम्हारी मां के पास पहुंचा दी जाएगी। तो उन्होंने कहा कि मेरी मां से कह देना कि मैं शादी रचाने जा रहा हूं।
इस पर मजिस्ट्रेट ने कहा कि कहीं फांसी के तख्त पर आकर तुम्हारा दिमाग तो खराब नहीं हो गया हैं तुम्हें तो फांसी होनी है तुम शादी कहा रचाओगे। तो उन्होंने कहा कि यह फांसी का फंदा ही तो मेरी महबूबा है और आज इसी को अपने गले में पहनकर इससे शादी करने जा रहा हूं। बिस्मिल की यह बात सुनकर मजिस्ट्रेट को पसीना आ गया।
अपने वक्तव्य के दौरान उन्होंंने पाकिस्तान पर वार करते हुए कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ बराबर नापाक हरकतें कर रहा है और हिन्दुस्तान में रहने वाले मुस्लिम भाई बराबर इसका विरोध करते रहे हैं। हम चाहते हैं कि भारत को जगतगुरू के पद पर बना रहे। परन्तु कुछ लोग नफरत फैलाने का काम करते हैं।
सिंह ने किसी पार्टी का नाम लिए बगैर कहा कि राजनीति देश के लिए करिये जाति धर्म के लिए नहीं। राजनीति तो हिन्दुस्तान के लिए करनी चाहिए परन्तु आज राजनीति जाति और धर्म के लिए की जा रही है।
राजनाथ सिंह ने कहा कि पड़ोसी देश कश्मीर को बांटना चाहता हैै छिन्न भिन्न करना चाहता है और वहां अस्थिरता फैलाना चाहता है। परन्तु हम ऐसा नहीं होने देंगे। हम अपने देश के नौजवानों के हाथ में कलम और कम्प्यूटर देखना चाहते हैं।
गृहमंत्री ने कहा कि नौजवानों के अंदर राष्ट्रीय स्वाभिमान का भाव जागृत होना चाहिए। क्योंकि चाहे चीन हो या पाकिस्तान हमारा नौजवान हिन्दुस्तान के साथ एकजुट होकर खड़ा दिखाई देगा ठीक उसी तरह जैसे शाहजहांपुर के अमर शहीद रामप्रसाद बिस्मिल व अशफाक उल्ला खां की दोस्ती थी।
उन्होंने कहा कि हम किसी भी कीमत में हिन्दुस्तान को तोड़ने की साजिश को पूरा नहीं होने देगें। अब आजादी को सुनिश्चित रखने की जिम्मेदारी हिन्दुस्तान के नौजवानों की है।