नई दिल्ली/इस्लामाबाद। भारत द्वारा पाकिस्तानी सेना की चौकियों को उड़ाए जाने के बाद कथित ‘खतरे’ के मद्देनजर पाकिस्तान के वायु सेना प्रमुख सुहेल अमन ने बुधवार को अपने सभी अग्रिम सैन्य अड्डों को सक्रिय कर दिया।
वहीं भारतीय वायु सेना ने बुधवार को पाकिस्तानी वायु सेना के उस दावे का खंडन किया, जिसमें उसने अपने लड़ाकू विमानों द्वारा सियाचिन ग्लेशियर के ऊपर से उड़ान भरने का दावा किया है।
पाकिस्तान का यह उकसावा भारतीय सेना के मंगलवार के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उसने कहा था कि वह नियंत्रण रेखा पर पूरी सक्रियता से तैनात है और उसने पाकिस्तानी सेना की चौकियों तथा आतंकवादी लॉन्च पैड पर दंडात्मक कार्रवाई को अंजाम दिया है।
इस्लामाबाद में मीडिया की खबरों के मुताबिक एयर चीफ मार्शल सोहेल अमन वायु सेना के अपने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्कर्दु एयरबेस पहुंचे, जहां युद्धक विमान अभ्यास कर रहे हैं।
वायुसेना प्रमुख ने युद्धाभ्यास में हिस्सा लिया, पाकिस्तानी वायुसेना के एक मिराज युद्धक विमान को उड़ाया और वायु सेना के युद्धाभ्यास तथा संचालन संबंधित तैयारी का जायजा लिया।
नियंत्रण रेखा पर भारत की आक्रामकता तथा भारतीय वायु सेना प्रमुख बीएस धनोआ द्वारा वायु सेना को शॉर्ट नोटिस पर तैयार रहने के निर्देश संबंधित रिपोर्ट की प्रतिक्रिया में एयर चीफ मार्शल अमन ने स्कर्दु एयरबेस पर संवाददाताओं से कहा कि पाकिस्तान दुश्मन की किसी भी गुस्ताखी का मुंहतोड़ जवाब देगा।
रेडियो पाकिस्तान की एक रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान को दुश्मन के बयानों की कोई चिंता नहीं करनी चाहिए। दुश्मन की किसी भी गुस्ताखी का हम ऐसा जवाब देंगे कि इसे उनकी आने वाली पुश्तें याद रखेंगी।
रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने नियंत्रण रेखा की अग्रिम चौकियों पर ‘ऑपरेशन एक्टिवेशन’ का आदेश दिया है। समा टेलीविजन ने अज्ञात सूत्रों के हवाले से कहा कि पाकिस्तानी जेट विमानों ने बुधवार सुबह सियाचिन ग्लेशियर के निकट उड़ान भरी।
भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तानी दावे को खारिज किया है। एक अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा कि कोई हवाई अतिक्रमण नहीं हुआ है। सियाचिन ग्लेशियर के अधिकांश दर्रे भारत के नियंत्रण में हैं।
करीब 5,500 मीटर से अधिक की ऊंचाई पर स्थित सियाचिन ग्लेशियर दुनिया का सर्वाधिक ऊंचाई वाला संघर्ष क्षेत्र माना जाता है। भारत ने 1984 में मेघदूत अभियान चलाया था, जिसके बाद भारत ने सियाचिन ग्लेशियर पर नियंत्रण कर लिया था।
दोनों देशों के संबंध पहले से ही तनावपूर्ण थे, लेकिन जम्मू एवं कश्मीर के उड़ी में भारतीय सेना के ब्रिगेड मुख्यालय पर भीषण आतंकवादी हमले के प्रतिक्रियास्वरूप भारतीय सेना द्वारा पिछले साल पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकवादियों के लॉन्च पैड पर सर्जिकल स्ट्राइक के बाद संबंध और बद्तर हो गए। सर्जिकल स्ट्राइक में दर्जनों आतंकवादी व उनके हमदर्द मारे गए थे।
भारत ने एक मई को कहा कि नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान के बॉर्डर एक्शन टीम ने शहीद दो भारतीयों के शवों को क्षत-विक्षत कर दिया।