नई दिल्ली। भारत ने शनिवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ के कश्मीर के मामले पर 22 सांसदों की समिति बनाने पर चुटकी ली और कहा यह पाकिस्तान का अधिकार क्षेत्र है कि वह अपने सांसदों को ‘मुफ्त पर्यटन’ के भेजे।
विदेश राज्य मंत्री एम् जे अकबर ने कहा गलत बात को यदि 22 लोग 22 बार या 22,000 बार दोहराएं तो वह बात सच नहीं हो जाती। उन्होंने कहा कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच एक द्विपक्षीय मामला है और पाकिस्तान को इसका अंतरराष्ट्रीयकरण नहीं करना चाहिए।
एमजे अकबर नवाज़ शरीफ के उस फैसले पर प्रतिक्रिया दे रहे थे जिसमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने 22 सांसदों की एक समिति बनाई जो विभिन्न देशों में जाकर कश्मीर के विषय पर उनकी सरकार की नीतियों को उजागर करेंगे।
यह ‘विशेष दूत’ ब्रसेल्स (बेल्जियम), बीजिंग (चीन), रूस, सऊदी अरब, टर्की और ब्रिटेन के लिए मनोनीत किए गए हैं।