कराची। पाकिस्तान के मशहूर कव्वाल अमज़द साबरी की बुधवार दोपहर कराची के लियाकताबाद इलाके में बाइक सवारों ने गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या के कारणों का अभी तक पता नहीं चला है। उनके गीतों ‘भर दो झोली’ और ‘पीया हाजीअली’ को हिन्दी फिल्मों में भी गाया गया है।
क्षेत्रीय अतिरिक्त महानिरीक्षक मुश्ताक मेहर ने बताया कि दो बाइक सवारों ने उनकी गाड़ी पर गोलियां चलानी शुरु कर दी। हत्या के कारण अभी पता नहीं चले हैं।
डीआईजी वेस्ट के मुताबिक गोली लगने के बाद साबरी (45 वर्ष) को स्थानीय अब्बासी शहीद अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। एक गोली उनके सिर पर लगी थी जो उनकी मौत का कारण बनी।
हत्यारों के पास 30 बोर की पिस्टल थी जिससे उन्होंने साबरी को पांच बार गोली मारी। एक प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक हमलावरों ने पहले एक तरफ से गोली चलाई और उसके बाद दूसरी तरफ से।
सिंध सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष फकरे आलम ने ट्वीट कर बताया है कि अमज़द ने कुछ दिन पहले सुरक्षा मांगी थी। हालांकि गृह मंत्रालय ने इससे इनकार किया है।
प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने साबरी की हत्या की निंदा की है और हत्यारों के जल्द पकड़े जाने के निर्देश दिए हैं। वहीं सिंध के मुख्यमंत्री सैयद कैम अली शाह ने रिपोर्ट मांगी है और लियाकताबाद के डीएसपी और एसएचओ को निलंबित कर दिया है।
क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान ने ट्वीट कर कहा कि यह घटना कानून व्यवस्था और सरकार की पूरी तरह नाकामी उजागर करती है।
साबरी पर 2014 में ईशनिंदा से जुड़े एक मामले पर उच्च न्यायालय ने उन्हें नोटिस जारी किया था। अमजद साबरी मशहूर कव्वाल मकबूल साबरी के भतीजे हैं। मकबूल ने पहले अपने भाई गुलाम फरीद साबरी के साथ कव्वाली गाई और बाद में भतीजे अमजद के साथ।
अमजद कुछ दिनों पहले बॉलीवुड में भी चर्चा का विषय थे। सलमान खान की फ़िल्म बजरंगी भाईजान में साबरी ब्रदर्स की मशहूर कव्वाली ‘भर दो झोली’ को शामिल किया गया था, जिस पर अमजद ने नाराज़गी जताई थी।
अजमद ने कानूनी नोटिस भेजते हुए आरोप लगाया था कि उनके पिता ग़ुलाम फरीद साबरी की इस प्रसिद्ध कव्वाली को बिना इजाज़त फिल्म में शमिल किया गया।
फ़िल्म में इस गाने को अदनान सामी ने गाया, जो काफ़ी मशहूर हुआ था। वहीं इससे पहले 2008 में आई फ़िल्म हल्ला बोल में अमजद साबरी ने चर्चित कव्वाली ‘मोरे हाजी पिया’ गाया था।