इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने सोमवार को पहली बार पनडुब्बी से मार करने वाली और परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम क्रूज मिसाइल बाबर-3 का सफल परीक्षण किया। भारत पहले ही पनडुब्बी से मार करने वाली ब्रह्मोस मिसाइल से लैस है।
पाकिस्तान सेनाओं की प्रवक्ता आईएसपीआर ने कहा कि हिंद महासागर में पानी के अंदर एक मोबाइल प्लेटफार्म से मिसाइल का परीक्षण किया गया और जिसने सतह पर तय किए गए लक्ष्य पर सटीक निशाना साधा। इसका एक वीडियो भी जारी किया गया। बाबर-3 सतह से मार करने वाली बाबर-2 मिसाइल का समुद्री संस्करण है। बाबर-2 का दिसंबर 2016 में सफल परीक्षण किया गया था।
आईएसपीआर के डीजी मेजर जनरल आसिफ गफूर ने कहा कि बाबर-3 ध्वनि की गति से तेज स्टील्थ तकनीक, अत्याधुनिक गाइडेंस और नेवीगेशन सिस्टम से लैस है। यह खतरों को लेकर पाकिस्तान की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करती है।
भारत का परोक्ष जिक्र करते हुए गफूर ने कहा कि पड़ोस में परमाणु हथियारों को लेकर अपनाई जा रही रणनीति और रुख को देखते हुए यह पाकिस्तान की बड़ी वैज्ञानिक कामयाबी है। प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने इसके लिए सेना को मुबारकबाद दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान पड़ोसियों के साथ शांतिपूर्ण तरीके से रहने में विश्वास करता है, लेकिन इससे परीक्षण से देश की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ी है। उन्होंने दावा किया कि मिसाइल दुश्मन के रडार और मिसाइल रक्षा प्रणाली को चकमा देने में सक्षम है।
परीक्षण के दौरान पाक सेना के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष जनरल जुबैर महमूद हयात, सामरिक योजना डिवीजन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल मजहर जमील और अन्य शीर्ष अधिकारी मौजूद थे। जनरल हयात ने कहा कि सफल परीक्षण ने साबित किया है कि पाकिस्तान हथियारों के मामले में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहा है। सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा ने भी सफल परीक्षण के लिए वैज्ञानिकों को बधाई दी।
अग्नि-5 और अग्नि-4 के परीक्षणों के बाद कदम
भारत ने हाल ही में अंतर महाद्वीपीय मिसाइल अग्नि-5 और अग्नि-4 मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। इसको लेकर पाकिस्तानी सेना में हलचल बढ़ी है और वह चीन की मदद से अपने सैन्य कार्यक्रम को आगे बढ़ा रहा है।