नई दिल्ली। पाकिस्तान की तरफ से तीन माह के दौरान 33 बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया गया। इस दौरान सीमा पार से हुई गोलीबारी में 3 जवानों और एक नागरिक ने अपनी जान गंवाई।
गृह राज्य मंत्री हरिभाई पार्थीभाई चौधरी ने बताया कि इस साल एक मई से 27 जुलाई के बीच पाकिस्तान की तरफ से अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) और नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर गोलीबारी की 33 घटनाएं हुईं। इसमें सुरक्षा बल के 3 जवान और एक नागरिक की मौत हो गई, जबकि 3 अन्य जवान और 12 नागरिक घायल हुवे।
उन्होंने बताया कि सीमावर्ती जिलों में रहने वाले लोगों की सुरक्षा और संरक्षा के लिए विभिन्न कदम उठाए गए हैं। प्रभावित परिवारों को अस्थायी रूप से सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया हैं और प्रशासन द्वारा उन्हें सभी बुनियादी सुविधाएं जैसे स्वास्थ्य सेवा, पीने का पानी, बिजली, अस्थायी शौचालय, साफ-सफाई और सुरक्षा प्रदान की जाती हैं।
उन्होंने बताया कि सीमा पार से पाकिस्तान द्वारा की जा रही घुसपैठ को रोकने के लिए सुरक्षा को बेहद कड़ा कर दिया गया है। सीमावर्ती क्षेत्रों में रात में पुलिस तैनात कर दी गई है।
ग्रामीणों द्वारा छोडे गए गांवों में उनकी संपत्ति को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है। सीमावर्ती गांवों में रात के समय निर्बाध रूप से बिजली आपूर्ति की जा रही है। किसी भी आपातस्थिति के लिए बुलेट प्रूफ बंकर और एंबुलेंस तैनात की गई हैं।