जम्मू। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को कठुआ में शहीदों के सम्मान में आयोजित एक कार्यक्रम में पाकिस्तान को आडे हाथों लेते हुए कहा कि पाकिस्तान को हमने 1971 में तोड़ा था, एक बार फिर पाकिस्तान टूटेगा।
इस बार हम नहीं वो खुद ही टूट जाएगा। उन्होंने कहा कि हमने पाकिस्तान के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ाया था। हमारे प्रधानमंत्री वहां दोस्ती का हाथ बढ़ाने गए थे लेकिन उन्होंने सीजफायर का उल्लंघन कर धोखा दिया।
गृहमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को नई दिल्ली आने का निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि हमने उन्हें यहां भारत पाक संबंधों में सुधार के लिए बुलाया था लेकिन उन्होंने हमें गुरदासपुर और पठानकोट हमले कर धोखा दिया है।
उन्होंने कहा कि जब हम आतंकवाद के खिलाफ बात करते हैं तो पाकिस्तान क्यों नहीं करता। उन्होंने कहा कि भारत की कोशिशों के बाद भी पाकिस्तान मानने को तैयार नहीं हो रहा है कि वह लगातार हमारे सैनिकों पर हमले कर रहा है।
सीमा पर लगातार गोलाबारी कर संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। अपने भाड़े के आतंकियों को भेज कर राज्य की शांति को भंग कर रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत की फौज में इतनी क्षमता है कि वह हमारी जमीन पर खून बहाने आए आतंकियों को खत्म कर सकेे। साथ ही भारतीय फौज में इतनी क्षमता भी है कि वह सीमा पार पाकिस्तान के क्षेत्र में घुसकर आतंकियों को खत्म कर सके तथा यह उन्होंने करके भी दिखाया है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के अधिकारी मुझसे नई दिल्ली में मिले और मैंने उनसे कहा कि हम बॉर्डर पर उन पर फायरिंग नहीं करेंगे, हम उन्हें हमारा परिवार मानते हैं क्योंकि बंटवारे से पहले हम एक थे लेकिन अगर उनकी तरफ से गोलीबारी हुई तो हम भी नहीं छोड़ेंगे और गोलियों की गिनती नहीं करेंगे।
उन्होंने कहा कि पठानकोट में हुए आतंकी हमले को लेकर हमने अपनी एसआईटी टीम को पाकिस्तान नहीं भेजा और उनकी एसआईटी टीम को यहां आने दिया लेकिन बाद में जब हमारे अधिकारियों ने पाकिस्तान जाने की इजाजत मांगी तो उन्होंने हमारी टीम को अनुमति नहीं दी।
इससे पहले आज सुबह अपने निजी विमान से गृहमंत्री राजनाथ सिंह जम्मू संभाग के कठुआ पहुंचे जहां पर उन्होंने शहीदी चौक में बनाए गए स्मारक पहुंचे जहां उन्होंने शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित किए।