श्रीनगर। जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा जिले में मंगलवार को सुरक्षा बलों ने मंगलवार को एक प्रमुख पाकिस्तानी आतंकवादी को उस वक्त मार गिराया, जब वह जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा जिले के एक गांव में अपनी पत्नी से मिलने आया था।
मारे गए आतंकवादी के सिर पर 15 लाख रुपए का इनाम था। मुठभेड़ में उसका एक साथी भी मारा गया। जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने अबु दुजाना के मारे जाने को एक ‘बड़ी उपलब्धि’ बताया। पुलिस के मुताबिक वह लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर था और 2012 से दक्षिणी कश्मीर में सक्रिय था।
उसके साथ ही एक स्थानीय आतंकवादी आरिफ लालिहारी भी मारा गया। वे मुठभेड़ में हकरीपुरा गांव में मारे गए। पुलिस ने ट्वीट किया कि पुलिस और सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी उपलब्धि।
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर के गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र का निवासी दुजाना अगस्त 2015 में उधमपुर हमला सहित भारतीय सुरक्षा बलों पर किए गए कई हमलों में शामिल था। उधमपुर हमले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दो जवान शहीद हो गए थे, जबकि 12 अन्य घायल हो गए थे।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि अबु दुजाना और लालिहारी का मारा जाना सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी सफलता है और दक्षिण कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों के लिए एक बड़ी क्षति है।
सेना की 15वीं कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल जेएस संधु के साथ संववादाताओं से बातचीत में पुलिस महानिरीक्षक मुनीर खान ने कहा कि दुजाना के मारे जाने से अशांति फैलाने वालों को झटका लगेगा।
सुरक्षा अधिकारियों के मुताबिक गांव में आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों ने तड़के करीब तीन बजे गांव को घेर लिया, जिसके बाद दोनों ओर से गोलीबारी शुरू हो गई।
घर में मौैजूद दुजाना की पत्नी तथा उसके माता-पिता को घर से निकल जाने को कहा गया। परिवार को कहा गया कि वे पाकिस्तानी आतंकवादी को समर्पण करने के लिए राजी करें। लेकिन उसने इनकार किर दिया, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।
पुलिस अधिकारी ने कहा कि घटनास्थल पर दो आतंकवादियों के शव बरामद होने और उनके शवों की पहचान होने के बाद अभियान समाप्त हो गया। मुठभेड़ में गांव के दो घरों को भी क्षति पहुंची है।
इसी बीच, दुजाना की मौत की खबर फैलने के बाद सुरक्षा बलों और पत्थरबाजों के बीच झड़पें शुरू हो गईं। गोलियों से घायल हुए तीन प्रदर्शनकारियों को अस्पताल में दाखिल कराया गया है और कई अन्य पैलेट गन से घायल हुए हैं।
प्रशासन ने दक्षिणी कश्मीर में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं। साथ ही जम्मू क्षेत्र के बनिहाल शहर और कश्मीर घाटी के बारामूला के बीच रेल सेवाएं भी स्थगित कर दी गई हैं। खान तथा लेफ्टिनेंट जनरल संधु ने कहा कि दुजाना ज्यादातर समय ‘अय्याशी’ में बिताता था।
खान ने कहा कि 10 जुलाई को अमरनाथ यात्रियों पर हमला करने वाले आतंकवादियों की मदद करने वाले सभी लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। हमले में आठ श्रद्धालु मारे गए थे।
उन्होंने कहा कि हमने सबको गिरफ्तार कर लिया है। हमने हमले में इस्तेमाल किए गए कुछ वाहन भी जब्त किए हैं। मामले का खुलासा हो चुका है। हमले में शामिल आतंकवादियों को ढेर किया जाना बाकी है। सुरक्षा बलों के निशाने पर अगले आतंकवादी के बारे में खान ने कहा कि कश्मीर में सक्रिय हर आतंकवादी हमारे निशाने पर है।