क्वेटा। पाकिस्तान के क्वेटा शहर में एक बम को निष्क्रिय करने के दौरान एक पुलिस अधिकारी समेत शहर के बम निरोधक दस्ता के एक शीर्ष अधिकारी की मौत हो गई। यह जानकारी मंगलवार को पुलिस सूत्रों से मिली।
यह दुर्घटना सोमवार देर रात लाहौर में हुए आत्मघाती विस्फोट की एक अन्य घटना के घंटों बाद हुई जिसमें 13 लोगों की मौत हो गई थी और 80 अन्य लोग घायल हो गए हैं। मरने वालों में पांच पुलिस कर्मी भी शामिल हैं।
लाहौर में विस्फोट की जिम्मेवार एक अन्य आतंकी संगठन ने ली है और लगता है कि इस घटना का संबंध उस आतंकी हमला से नहीं है। क्वेटा के पुलिस महानिरीक्षक अब्दुल रज्जाक चीमा ने कहा कि दोनों अधिकारियों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई और उनके शरीर के चीथड़े उड़ गए।
सुन्नी मुस्लिमों के आतंकी संगठन लश्कर-ए- झांग्वी के अल अलामी गुट ने इस घटना की जिम्मेदारी ली है। उधर, लाहौर शहर में पुलिस सोमवार को हुए आत्मघाती विस्फोट के स्थल की सघन जांच कर रही है। यह विस्फोट औषधि एवं रसायन उत्पादकों के विधानसभा के समक्ष प्रदर्शन दौरान हुआ था।
पाकिस्तानी तालीबान के एक गुट जमात-उर-अहरार ने लाहौर हमले की जिम्मेदारी ली है। यह संगठन वर्षों से सरकार के साथ संघर्ष कर रहा है। इस गुट ने गत साल ईस्टर के मौके पर लाहौर के एक पार्क में विस्फोट किया था जिसमें कम से कम 70 लोगों की मौत हो गई थी।
आतंकी संगठन ने एक बयान जारी कर कहा है कि सरकारी विभागों और अधिकारियों को निशाना बनाने के लिए यह हमला एक नए अभियान की शुरुआत है। संगठन ने कहा कि देश भर में आप हमारे निशाने पर हैं।