इस्लामाबाद। क्रिकेटर से राजनीतिज्ञ बने इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी ने देश की कुछ राजनीतिक पार्टियों पर लीबिया, सऊदी अरब तथा ईरान जैसे देशों से धन लेने का आरोप लगाया है।
डॉन की रपट के मुताबिक अवैध तरीके से धन पाने के आरोपों का सामना कर रही पीटीआई ने अब सभी राजनीतिक पार्टियों, खासकर धार्मिक पार्टियों के खातों व फंड की जांच करने की मांग की है।
यह दावा करते हुए कि पीटीआई ने अपने फंड व खातों का विस्तृत विवरण तथा चंदादाताओं की समस्त सूची सर्वोच्च न्यायालय को सौंप दी है, पीटीआई के प्रवक्ता फवाद चौधरी ने कहा कि अब सत्ताधारी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) सहित अन्य पार्टियों की बारी है कि वे अपने फंड के स्रोत का खुलासा करें। प्रवक्ता ने खुफियां एजेंसियों से कहा कि वे पता लगाएं कि धार्मिक पार्टियों को फंड कहां से मिल रहा है।
पीटीआई के अध्यक्ष इमरान खान के सलाहकारों में से एक फवाद चौधरी ने आरोप लगाया कि जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम को लीबिया से फंड मिल रहा है, जबकि कुछ पार्टियों को सऊदी अरब तथा ईरान से फंड मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि पीटीआई को 2010-13 के बीच की अवधि में खातों व फंड की विस्तृत जानकारी देने को कहा गया था, लेकिन इसने मार्च 2017 तक यानी सात वर्षो का रिकॉर्ड सौंपा है।
फवाद ने कहा कि विदेश में रहने वाले पाकिस्तानियों से पार्टी को 30 लाख डॉलर से अधिक का चंदा मिला और उनमें से 99 फीसदी लोगों ने 10-15 डॉलर के बीच चंदा दिया।
उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिकी सैन्य अभियान में मारे गए अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पार्टी को अरबों रुपए दिए थे।