मुंबई। पालघर जिले के नालासोपारा पुलिस थाना अंतर्गत हत्या और अपहरण के एक मामले में पुलिस ने मात्र 12 घंटे के अंदर ही आरोपी को धर दबोचा। पुलिस के अनुसार हत्यारा, दोस्त का भाई निकला जिसने पैसों के लिए घटना को अंजाम दिया था।
मिली जानकारी के अनुसार नालासोपारा पश्चिम के हनुमान नगर स्थित साईं सहारा अपार्टमेंट रूम नं. 806 में अंबालाल देवासी (27), पत्नी गटकीदेवी (25) और ढाई वर्षीय पुत्र प्रकाश के साथ रहता था। देवासी मूलत इमिटेशन ज्वेलरी का व्यवसाय मुंबई में करता है।
20 अगस्त 2015 को उसने दिन दहाड़े पत्नी की हत्या कर ढाई वर्षीय पुत्र के अपहरण करने की शिकायत नालासोपारा पुलिस थाने में की। अंबालाल देवासी के अनुसार उसको पत्नी के मोबाईल नंबर से 20 अगस्त 2015 की सायं ४ बजे के आसपास फोन आता है।
फोन पर अपहरणकर्ता बच्चे की सही सलामती के लिये डेढ़ लाख रुपये की फिरौती रकम मांगता है। देवासी रूम पर आता है तो पत्नी मृत्यु अवस्था में फर्श पर पड़ी हुई थी। देवासी ने इसकी सूचना नालासोपारा पुलिस थाने को दी।
पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की छानबीन करने के बाद आरोपी को पकडऩे के लिए एक टीम बनायीं। अपहरणकर्ता ने दहिसर पश्चिम में सडक़ के किनारे बस स्टॉप के पास डेढ़ लाख रुपये लाने को कहा था।
दहिसर पुलिस की मदत से नालासोपारा पुलिस थाने द्वारा बनायीं गयी एक पुलिस की टीम ने अपहरणकर्ता के अनुसार देवासी को डेढ़ लाख रुपयों से भरे बैग को उसके स्थान पर रखने को कहा।
उक्त स्थान पर बैग रखने के 15 से 20 मिनट बाद आरोपी आते दिखाई दिया। जैसे ही उसने बैग उठाकर जाने की कोशिश किया, पहले से जाल बिठायी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने अपहृत प्रकाश को भी सुरक्षित उसके पिता के हवाले किया। पुलिस के अनुसार हत्यारा देवासी के दोस्त का भाई बताया जाता है। घटना को अंजाम देने के पहले वह एक – दो बार उसके घर आया हुआ था।
मामले की छानबीन नालासोपरा पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रविन्द्र बडगुजर कर रहे है। पुलिस को मिली कामयाबी को लेकर पालघर जिले की पुलिस अधिक्षिका शारदा राऊत ने नालासोपारा पुलिस थाने के अधिकारियों की पीठ थपथपाते हुए यह जानकारी मीडिया को दी है।